डीपी सिंह की रचनाएं

चीर हरण प्रतिशोध भरा शकुनी का गोरख धन्धा था कृत्य अगर दुर्योधन का तो दुःशासन

डीपी सिंह की कुण्डलिया

चुनावी कुण्डलिया चीफ़ मिनिस्टर मैं बना, तो होगा यह काम हर घर टोंटी से मिले,

डीपी सिंह की रचनाएं

कुण्डलिया दारू-मुर्गा और अब, फ्री बिजली का चाव लोकतन्त्र तो बिक गया, मुफ़्त तन्त्र के

डीपी सिंह की रचनाएं

चुनाव-विशेष-5 सर जी ने तो कुर्सी पा ली, वा’दों का अम्बार लगा आस धुली जो

डीपी सिंह की रचनाएं

किरकिरी कैसे आँखों का अञ्जन हुआ सोचिए! कब कहाँ कैसे मन्थन हुआ पटकथा तो कहीं

डीपी सिंह की रचनाएं

पीएम सुरक्षा में चूक या साजिश? सीएम, डीजीपी, सचिव, गायब मुखिया लोग ये पीएम के

डीपी सिंह की कुण्डलिया

कुण्डलिया – चुनावी गणित मत दलितों से चाहिए, तो बन जाओ दीन मुसलमान से चाहिए,

डीपी सिंह की रचनाएं

।।विपक्ष की परिभाषा।। हंगामा हो रक्त में, व्यवधानों में दक्ष। मिथ्याचारी हों निपुण, कहते उसे

डीपी सिंह की कुण्डलिया

कुण्डलिया गाली दें हिन्दुत्व को, निसि-दिन आठो याम तिलक लगाकर अब वही, घूमें चारो धाम

डीपी सिंह की रचनाएं

।।कुण्डलिया।। आना पाई जोड़कर, कैसे बने करोड़ आज तलक इस बात का, निकला नहीं निचोड़