जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य को जोड़ने वाला IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का

क्लीन एनर्जी लक्ष्यों के लिए सरकारी सहयोग ज़रूरी: रिपोर्ट

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। साल 2030 तक भारत के क्लीन एनर्जी लक्ष्यों को हासिल करने के

भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्य पर कोयला आधारित स्टील उत्पादन का खतरा

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर (GEM) की हालिया रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि

खुशहाली के बीज: कैसे वनीकरण भारत में कर सकता है गरीबी मिटाने में मदद

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। ज़रा कल्पना कीजिए, महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त गाँव में एक युवा माँ बंजर ज़मीन

बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। बाकू, अज़रबैजान में आयोजित 29वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP29) ने दुनिया भर के देशों

ब्राजील की नई जलवायु योजना, 2035 तक बड़े एमिशन कटौती का लक्ष्य

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। COP29 जलवायु सम्मेलन में ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्कमिन ने देश की नई जलवायु

COP29 में CBAM पर तीखा मतभेद: विकासशील और विकसित देशों के बीच व्यापारिक नीतियों पर टकराव

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। बकू, अज़रबैजान में चल रहे COP29 के जलवायु सम्मेलन के पहले दिन

“राजस्थान, गुजरात में एनर्जी ट्रांज़िशन में रफ्तार के लिए नई नीतियों ज़रूरी”

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। रिन्यूबल एनर्जी में अग्रणी माने जाने वाले राज्य राजस्थान और गुजरात को अपने

भारत को जलवायु परिवर्तन से 141 अरब डॉलर का संभावित नुकसान: स्वास्थ्य पर बढ़ता संकट

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। एक नई रिपोर्ट में यह उजागर किया गया है कि जलवायु परिवर्तन

सदी के अंत तक तापमान में 3.1°C की वृद्धि संभव: संयुक्त राष्ट्र

निशान्त, Climateकहानी, कोलकाता। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की नई रिपोर्ट एक गंभीर चेतावनी देती