विनय सिंह बैस की कलम से : बुद्धम शरणं गच्छामि

रायबरेली। एयर फोर्स अकादमी में मेरे एक मित्र थे-संतोष कुमार गुप्ता, जौनपुर वाले। संतोष शांत