डॉ. आर.बी. दास की कविता : मौत जिंदगी से बेहतर
।।मौत जिंदगी से बेहतर।। डॉ. आर.बी. दास जिंदा थे तो किसी ने पास बैठाया नहीं,
राजीव कुमार झा की कविता : मुहब्बत की कसम
।।मुहब्बत की कसम।। राजीव कुमार झा सुनकर हंसी आती अपने वायदों के बारे में सोचकर
डॉ. आर.बी. दास की कविता : मन नहीं करता
।।मन नहीं करता।। डॉ. आर.बी. दास कभी नींद आती थी, आज सोने को मन नहीं
डॉ. आर.बी. दास की कविता : लोग
।।लोग।। डॉ. आर.बी. दास जरा सा ऊपर उठने को न जाने कितना गिर जाते हैं
डीपी सिंह की चुनावी चकल्लस
।।चुनावी चकल्लस।। बाजारों में रोज रोज के लोग धमाके भूल गये वोट डालते समय देश
डॉ. आर.बी. दास की कविता : सोशल मीडिया
सोशल मीडिया डॉ. आर.बी. दास बात जरूरी भी है और जरूरी भी नहीं, समझ जाए
राजीव कुमार झा की कविता : आसमान
।।आसमान।। राजीव कुमार झा इश्क के सुनहरे रंग दमक रहे अंग अंग सुबह की रोशनी
डॉ. आर.बी. दास की कविता
मस्तक को थोड़ा झुका कर देखिए… अभिमान मर जाएगा, आंखो को थोड़ा भीगा कर देखिए…
राजीव कुमार झा की कविता : चाय की प्याली
।।चाय की प्याली।। राजीव कुमार झा प्यार का मधुर तुम गीत गाकर सबको सुनाना जिंदगी
डॉ. आर.बी. दास की कविता : पचाना सीखिए
।।पचाना सीखिए।। डॉ. आर.बी. दास आपके जीवन से जो कुछ भी मिले उसे पचाना सीखिए…