नयी दिल्ली : सुरैश रैना ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने के पांच साल बाद टेस्ट पदार्पण किया था। दोनों बार उन्होंने घर से बाहर ही श्रीलंका के खिलाफ पदार्पण किया। 2005 में हुए वनडे पदार्पण में वो पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए थे जबकि टेस्ट में उन्होंने 2010 में पदार्पण किया और पहली ही पारी में 120 रन बनाए थे।
रैना ने भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा के शो आकाशवाणी पर कहा, “युवा पा (युवराज सिंह) ने मुझे टेस्ट मैच के पहले वाली रात को बुलाया और कहा कि मैं ठीक नहीं हूं तो तुम तैयार रहना। उन्होंने कहा कि मौका है जो तुम खेल सकते हो। उनके शायद पेट में परेशानी थी या फूड इन्फेक्शन था इसलिए वो नहीं खेले।”
रैना ने कहा, “मैं पूरी रात सो नहीं सका था क्योंकि श्रीलंका में काफी गर्मी थी। उनकी टीम में काफी बड़े नाम थे और वो मेरा पहला टेस्ट मैच होने वाला था।” रैना ने कहा कि वह इस बात से काफी खुश थे कि भारत ने पहले गेंदबाजी की क्योंकि इससे उन्हें मैदान पर समय मिल गया।
उन्होंने कहा, “अच्छी बात थी कि हम टॉस हार गए और हमें फील्डिंग करनी पड़ी। इसलिए मैंने पहले दो दिन चीजों को देखा और जब मेरी बल्लेबाजी आई तो मैं तैयार था। अगर हम पहले बल्लेबाजी करते तो शायद मैं वनडे पदापर्ण की तरह शून्य पर आउट हो जाता।” यह मैच ड्रॉ रहा था।