भूपेंद्र कुमार अस्थाना, कानपुर। 7 से 9 अप्रैल 2023 डॉ. कावेरी विज, प्रयागराज, की शीर्षक “इनॉरमस” नामक चित्र श्रंखला की एकल प्रदर्शनी, गुरुकुल कला वीथिका, आजाद नगर, कानपुर में आयोजित होने जा रही है। कावेरी की यह प्रदर्शनी अपने सभी गुरुओं को समर्पित कर रही हैं, प्रदर्शनी का संयोजन डॉ. अभय द्विवेदी हैं इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश के वरिष्ठ कलाकार, कला इतिहासकार एवं आलोचक अखिलेश निगम करेंगे। कला लेखक भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने बताया कि समसामयिक कलाकार कावेरी के चित्रों की एकल प्रदर्शनी हाल ही में जनवरी माह में ललित कला अकादमी, नई दिल्ली में आयोजित हुई थी। उसी के क्रमबद्ध यह प्रदर्शनी आयोजित हो रही है। कावेरी एक आधुनिक युग की समसामयिक चित्रकार है, जो पिछले 36 वर्षों से कला साधना में रत हैं। कावेरी ने अब तक अनगिनत चित्र बनाए हैं।
वे कला को असीमित मानती है। जितना भी काम कर लो उन्हें वह कम ही लगता है। वे यथार्थवादी ड्राइंग के बजाय वर्चुअल पेंटिंग करना पसंद करती है। उनका कहना है कि “ब्रह्मांड में जो कुछ भी है वह दृश्यमान है, लेकिन यह आभासी है। मेरे चित्रों में प्रकृति की विशालता को चित्रित किया गया है। मनुष्य स्वयं को कितना भी परिपक्व हो जाए, लेकिन वह प्रकृति से आगे कभी नहीं रहा, वह हमेशा बौना (छोटा) ही रहेगा। मैं अपने चित्रों में विषय के अनुकूल रंगों का चयन करती हूं, ज्यादातर उत्तेजक रंग जो मस्तिष्क तरंगों को उत्पन्न कर सकते हैं। दर्शकों से जुड़ने में सक्षम होने में मेरे चित्र सार्थक हैं। मैं अपने चित्रों में गति को बहुत महत्व देती हूं।”
कावेरी की लगभग सभी चित्रों को कहीं न कहीं पुरस्कृत किया गया, लेकिन जीवन के विभिन्न उतार-चढ़ावों को देखने के बाद, उनके चित्रों का विषय प्रकृति की विशालता, विशाल (अमूर्त परिदृश्य) है, पिछले 3 वर्षों से इस श्रंखला पर कार्य कर रही है। अब तक 250 से अधिक चित्र बना चुकी हैं, असंख्य रेखाचित्र जो विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। 60 से अधिक पेंटिंग व्यक्तिगत संग्रह में हैं। तैलरंग, जल रंग, ऐक्रेलिक एवं विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया है।
स्वतंत्र चित्रकार, डिजाइनर, इलस्ट्रेटर, शिक्षाविद एवं लेखिका डॉ. कावेरी- नव आकार इंटरनेशनल आर्टिस्ट ग्रुप की संस्थापिका भी हैं। अस्थाना ने बताया कि 27 नवंबर, लखनऊ मे जन्मी कावेरी अब तक 10 एकल एवं 50 (राष्ट्रीय) एवं 5 (अंतर्राष्ट्रीय) सामूहिक चित्र प्रदर्शनी, अनेको राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला, संगोष्ठी, कॉन्फ्रेंस, कला शिविरों में सहभागिता, कला एवं शिक्षा के लिए अनेको पुरस्कारों से सम्मानित, अनेकों शोध पत्र, लेख, साक्षात्कार, समीक्षा एवं चित्र प्रकाशित, पुस्तक आवरण सज्जा एवं कला पाठ्य पुस्तकों में योगदान प्रदान कर चुकी हैं।