कोलकाता। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि व्यक्ति को 24 घंटे में कम से कम 8 घंटे नींद लेनी चाहिए। अगर कोई 8 घंटे नहीं सो पाता तो उसे 7 घंटे तो सोना ही चाहिए। इससे कम नींद लेकर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता है। नींद लेना सेहत के लिए अच्छा होता है। एक अच्छी नींद हमे कई बीमारियों से बचाती है। कहते हैं एक अच्छी नींद नसीब वालों को ही मिलती है। नींद जितनी अच्छी उतना ही शरीर स्वस्थ है, लेकिन ज्यादा भी सेहत के लिए नुकसानदायक है। कई लोग ऐसे होते हैं जो जिन्हें कहीं भी सुला लो वह सो जायेंगे।
लेकिन उनका ये ज्यादा सोना उनकी सेहत पर असर डालता है। वह कई बीमारियों से ग्रसित हो जाते है जैसे मोटापा, दिल कमजोर, याददाश्त कमजोर होना आदि। इनके अतिरिक्त ज्यादा नींद लेने से कई नुकसान होते हैं। आइए डालते हैं एक नजर उन नुकसानों पर जो ज्यादा सोने की वजह से होते हैं।
मोटापा—ज्यादा सोना शरीर को मोटा बनाता है और मोटापा कई बीमारियों की जद होता है। यह बीमारिया एक बार हो जाने के बाद शरीर में रम जाती है।
याददाश्त कमजोर होना—तय समय से ज्यादा नींद लेने का हमारे मस्तिष्क पर सर्वाधिक असर पड़ता है। इससे हमारी यादद्दाश्त कमजोर होने लगती है। हमें बीती बातें याद नहीं रह पाती हैं और कई बार तो ऐसा भी होता है कि जरूरी बातों तक को भूल जाते हैं।
पीठ में दर्द होना—ज्यादा सोने से पीठ पर असर पड़ता है और हमें दर्द का अहसास होता है। ध्यान न देने पर हमारे शरीर में रक्त का संचरण नहीं हो पाता है और हम पीठ दर्द से ग्रसित हो जाते हैं।
दिल की बीमारी—ज्यादा सोना दिल की बीमारियों को बढ़ाता है और दिल को दौरा पडऩे की समस्या हो जाती है।
जीवन असक्रिय—ऐसी स्थिति में हम खुद को हमेशा ही सोया हुआ ही पाते हैं, मतलब की सोने के बाद भी सुस्ती बनी रहती है और हमारे महत्वपूर्ण काम हो नहीं पाते है, इसी के साथ हमारा जीवन असक्रिय बन जाता है।
तनाव बढऩा—ज्यादा सोना हमें तनावग्रस्त भी कर देता है और तनाव होने से दिल दिमाग कुछ भी काम नहीं करते हैं।