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सिलीगुड़ी। बेहाला में सड़क दुर्घटना में स्कूली छात्र सौरोनिल की मौत से सबक लेते हुए प्रशासन ने पहले से ही एहतियाती तैयारी शुरू कर दी है। एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने सिलीगुड़ी के तराई तारापद आदर्श स्कूल में जाकर इस बात की जांच की कि स्कूल के सामने सड़क दुर्घटना जैसी कोई खतरनाक स्थिति तो नहीं है। हाल ही में कोलकाता के बेहाला में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 7 साल के बच्चे सौरोनिल की मौत हो गई। पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठे।
शहर में बेहाला जैसी घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती मैदान में उतरे। एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने मंगलवार को बोर्ड सदस्यों के साथ सिलीगुड़ी के तराई तारापद आदर्श विद्यालय क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने सुनिश्चित किया कि स्कूली छात्रों की जान को कोई खतरा न हो। उन्होंने जरूरत पड़ने पर शहर के सभी स्कूलों के छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
फोन इन लाइव कार्यक्रम से बातचीत शुरू करने जा रहे हैं एसजेडीए चेयरमैन
सिलीगुड़ी। इस बार एसजेडीए चेयरमैन भी फोन इन लाइव कार्यक्रम से बातचीत शुरू करने जा रहे हैं। संस्था के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने मंगलवार को सिलीगुड़ी में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पहले भी हमने व्हाट्सएप के माध्यम से जनसंपर्क की प्रायोगिक प्रक्रिया शुरू की थी। अब हम चेयरमैन से फोन इन लाइव कार्यक्रम में बात शुरू करेंगे। जो प्रत्येक मंगलवार को दोपहर 2:30 से 4 बजे तक चलेगा।
सीवरेज व्यवस्था बदहाली, प्राथमिक विद्यालयों व राज्य सड़क में जल जमाव, बढ़ रहा डेंगू का खतरा
उत्तर दिनाजपुर। क्षेत्र में सीवरेज व्यवस्था की बदहाली के कारण प्राथमिक विद्यालयों व राज्य सड़क में जल जमाव से क्षेत्रवासियों का बुरा हाल है। ऐसी ही तस्वीर है उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर ब्लॉक के रामगंज इलाके की, स्थानीय निवासियों ने पंचायत प्रशासन से बार-बार शिकायत की लेकिन इलाके में जल निकासी व्यवस्था या नालियों की मरम्मत नहीं करवाई गई।
जिससे प्राथमिक विद्यालय परिसर और राज्य सड़क में बारिश का पानी जमा हो गया। इधर डेंगू के फैलने से लोगों की चिंता और बढ़ गई है। रामगंजवासी और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक आस लगाए बैठे हैं कि कब इस समस्या का समाधान हो। ताकि बच्चे स्वस्थ माहौल में स्कूल आ सके।