कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही भारी बारिश के बीच दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) की ओर से झारखंड से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ कैसे हालात बन गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने बताया है कि पश्चिम बर्धमान, बांकुड़ा, बीरभूम, पूर्व बर्दवान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली और हावड़ा में सामान्य से अधिक जलस्तर हो गया है जिसके कारण चिंता बढ़ रही है। लगातार बारिश उसमें और नुकसान देह साबित हो रही है।
राज्य में इन जिलों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ ही प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। सोमवार यानी आज महात्मा गांधी की जयंती की वजह से छुट्टी होने के बावजूद मुख्य सचिव हरी कृष्ण द्विवेदी ने इन जिलों के जिलाधिकारी की एक बैठक बुलाई है। अपराह्न के समय यह मुख्य बैठक होगी।
जिसमें बाढ़ नियंत्रण और लोगों के बचाव के लिए जरूरी रणनीति बनाई जाएगी। इधर मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है की राजधानी कोलकाता के अलावा इन सात जिलों में सोमवार को भी सुबह से ही बारिश की शुरुआत हो गई है जो 10 अक्टूबर तक जारी रहने वाली है। इसकी वजह से यहां बाढ़ आ सकती है।
हर साल पश्चिम बंगाल में डीवीसी का पानी छोड़ जाने के बाद बाढ़ आती है और लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ता है। दो दिन पहले शनिवार को ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात की वजह से लगातार हो रही बारिश की वजह से हालात बिगड़ने की आशंका जताई थी। इसके बाद डीवीसी का पानी छोड़े जाने की वजह से इन जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।