पंचायत चुनाव से पहले भी नहीं सुलझा शालबनी के भूमि अधिग्रहण का मसला!

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत शालबनी ब्लॉक के पल्ला मौजा में तोड़फोड़ की नोटिस से स्थानीय लोग परेशान हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-60 स्थित तमाल ब्रिज पर नवनिर्मित पुल फिलहाल आधा-अधूरा बना हुआ है। परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन के मालिकों का दावा है कि प्रशासन ने उचित मुआवजे का भुगतान किए बिना जिला अधिग्रहण कार्यालय से विध्वंस नोटिस जारी कर दिया है। जबकि अगर इस जमीन की मौजूदा कीमत के हिसाब से क्षतिपूर्ति नहीं मिलेगी तो हम भला वैकल्पिक घर कैसे बना पाएंगे। यहां कई गरीब परिवार रहते हैं।

स्थानीय निवासी गोपाल लोधा ने कहा कि हमने उचित अधिकार नहीं मिलने से कार्रवाई की है, इस जमीन की मौजूदा कीमत प्रति डिसमल 4 लाख रुपये के करीब है, लेकिन हमें मात्र 11 हजार मिल रहे हैं। जो की बिल्कुल नगण्य मात्र है। कुछ को पैसा दिया गया है और कुछ को पैसा नहीं मिला है, सभी को क्षतिपूर्ति समान रूप से वितरित नहीं की गई है। इस बीच घर तोड़ने का नोटिस मिलने से लोग परेशान हैं। यहां बने घर पहले ही बारिश के मौसम में टूट चुके है। सरकार ने उस पर मुआवजा राशि भी नाममात्र की दी है। अब समझ में नहीं आ रहा है कि मकान ध्वस्त हो गया तो वे कहां जाएंगे। इसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग का विस्तार नहीं हो पा रहा है जो देश के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

बता दें कि विगत 28 मई को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी नव ज्वार यात्रा के तहत यहां आए थे। उन्होंने मामले को गंभीरता पूर्वक देखने और अविलंब निस्तारण का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं होने से स्थानीय लोग परेशान हैं। पंचायत चुनाव की बेला में जंगलमहल के इस क्षेत्र में सबसे बड़ा सवाल यही है इस मसले का निस्तारण कैसे और कब तक हो पाएगा। दूसरी ओर चुनावी व्यस्तता के चलते जनप्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देने की फुर्सत ही नहीं है।

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