शालबनी : बाल विवाह रोकने को बूढ़ीशोल में अभिनव प्रयोग

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत शालबनी ब्लॉक के आदिवासी और भूमि बहुल गांव बूढ़ीशोल की एक समस्या बाल विवाह या नाबालिग विवाह है। महिला शिक्षा के अग्रदूतों में से एक और नवजागरण के अग्रदूत पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की 205वीं जयंती के उपलक्ष्य में इस वंचित और पिछड़े गांव में बाल विवाह की रोकथाम का संदेश फैलाने के लिए सोसायटी फॉर पीपल अवेयरनेस संस्था की पहल शुरू हुई।

और लोक चेतना.मंच के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया I कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक जागरुकता संदेश, शपथ ग्रहण एवं बालिका कबड्डी खेल के साथ हुआ ।

Shalbani: Innovative experiment in Budhishol to stop child marriage

भारी बारिश के बावजूद गांव के 80 लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

शालबनी पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष और मेदिनीपुर सदर डिवीजन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव संदीप सिंह, स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल अभिजीत घोष, स्थानीय शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता अपरूपा घोष, सामाजिक कार्यकर्ता नवीन कुमार घोष और इजाज मोहम्मद सहित संस्था के तमाम पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

Shalbani: Innovative experiment in Budhishol to stop child marriage

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