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कोलकाता। राज्य के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव तत्काल कराने की मांग करते हुए माकपा की छात्र शाखा एसएफआई के लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कॉलेज स्ट्रीट स्थित कलकत्ता विश्वविद्यालय परिसर से पश्चिम बंगाल विधानसभा भवन तक निकाली गई एक रैली में हिस्सा लिया। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की प्रदेश समिति के सदस्य सुभाजीत सरकार ने कहा कि बहुबाजार चौराहे के पास मुख्य रैली में शामिल होने के लिए एसएफआई कार्यकर्ता सियालदह स्टेशन पर भी एकत्र हुए।
एसएफआई नेता आनंदरूपा धर ने आरोप लगाया कि सियालदह स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के बाद बहुबाजार क्षेत्र की ओर बढ़ने से पहले हालांकि रैली में जा रहे कुछ लोगों को मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक दिया था। उन्होंने कहा, “उन्होंने हमारे कुछ साथियों को अलोकतांत्रिक तरीके से ट्रेन से उतारकर कैदी वाहन में डाल दिया लेकिन हम रैली निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह हमारा अधिकार है।”
सरकार ने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश की तृणमूल कांग्रेस जैसी फासीवादी ताकतों से शिक्षा क्षेत्र को बचाने के लिये यह रैली निकाली गई। उन्होंने आरोप लगाया कि ये फासीवादी ताकतें गरीब छात्रों के हितों की अनदेखी कर शिक्षा प्रणाली का निजीकरण करना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि उनका संगठन सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थानों में तत्काल छात्र संघ चुनाव की मांग करता है। हावड़ा स्टेशन पर भी एसएफआई सदस्यों का एक समूह एकत्र हुआ था लेकिन वहां किसी भी अप्रिय हालात को रोकने के लिये पुलिस ने इंतजाम कर रखे थे। कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि ऐहतियाती कार्रवाई की गई है।