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कोलकाता। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की विद्यार्थी शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने पश्चिम बंगाल के कथित विद्यालय भर्ती घोटाले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की। एसएफआई के लगभग 100 सदस्यों ने कुछ समय के लिए कॉलेज स्ट्रीट-एम जी रोड क्रॉसिंग को बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने योग्य उम्मीदवारों को नौकरी से वंचित करने के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों में कई अन्य पड़ोसी संस्थानों जैसे सुरेंद्रनाथ, बंगबासी और जयपुरिया कॉलेज के अलावा प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के छात्र थे। एसएफआई ने सियालदह स्टेशन पर भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके दौरान उन्होंने ढोल बजाकर नारेबाजी की और मांग की कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) घोटाले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करे। ईडी ने राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
जिसमें राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में कथित तौर पर पैसे लेकर शिक्षक बनाने की पेशकश की गई। मुखर्जी के फ्लैट से कथित तौर पर बड़ी रकम मिली है, जबकि कथित घोटाले के समय चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वाम मोर्चा के 34 साल पुराने शासन पर कई घोटालों के दाग हैं, ऐसे में ना तो माकपा और ना ही एसएफआई को राज्य की वर्तमान सत्ताधारी पार्टी को भ्रष्टाचार पर व्याख्यान देना चाहिए।