जालंधर। पंजाब में जालंधर पुलिस ने खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को ‘वारिस पंजाब दे’ के अध्यक्ष एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके छह अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। अमृतपाल सिंह और उसके अन्य छह साथियों की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही आसपास के क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने लोगों से किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने के लिए सोशल मीडिया पर अपील की है। प्रशासन ने किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए रविवार तक इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है।
मोगा में धारा 144 लागू कर दी गई है, जहां अमृतपाल सिंह ने एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होना था। अमृतपाल सिंह के छह साथियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था जब उनका काफिला जिला जालंधर के शाहकोट मलसियां इलाके से होते हुए वाया मोगा रामपुराफूल की तरफ जा रहे थे, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में शामिल होना था। मोगा जिला प्रशासन ने मोगा में धारा 144 लागू कर दी है और लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की है।
पुलिस ने सार्वजनिक उद्घोषणा में कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वाले को जेल जाना पड़ सकता है। पुलिस सूत्रों अनुसार विवादास्पद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने सुबह लगभग साढ़े नौ बजे आपरेशन शुरू किया था, जो दोपहर बाद तीन बजे तक चला। इस दौरान पुलिस ने किसी गड़बड़ के मद्देनजर अमृतसर जिले में स्थित अमृतपाल सिंह के गांव जल्लुपुर खेड़ा को भी सील कर दिया है। यहां पुलिस के साथ-साथ केन्द्रीय सुरक्षा बल भी तैनात किया गया है।
पंजाब के गृह सचिव अनुराग वर्मा के अनुसार सरकार द्वारा इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं रविवार दोपहर 12 तक बंद कर दी गई हैं। पंजाब के मोगा जिले में भारी पुलिस तैनाती देखी गई। इस बीच, पंजाब पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने लोगों से पुलिस के कामकाज में दखलअंदाजी न करने की भी अपील की। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमृतपाल का काफिला जब शाहकोट के पास पहुंचा, तभी पुलिस फोर्स ने उसे घेर लिया।
पुलिस ने दो गाड़ियों में सवार अमृतपाल के छह साथियों को पकड़ लिया, जबकि वह खुद अपनी मर्सिडीज कार में भाग निकलने में कामयाब रहा। बाद में पुलिस ने अमृतपाल को जालंधर के नकोदर के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अमृतपाल के छह साथियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किया है। हाल ही में अमृतपाल सिंह द्वारा अजनाला पुलिस थाने पर कब्जा करने की घटना के बाद केन्द्र सरकार ने इसका कड़ा संज्ञान लिया था।