Kolkata Desk : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय की सुरक्षा को वापस ले लिया है और ऐसे संकेत हैं कि केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) जो मुकुल रॉय की सुरक्षा देख रहे थे वे भी ऐसा ही कुछ फैसला ले सकते हैं। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुकुल रॉय के मामले में गृह मंत्रालय के आदेश का इंतजार है। सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में गृह मंत्रालय फैसला लेता है, ये सुरक्षा पाने वाले और पैरा मिलेट्री बलों के बीच की बात नहीं है, हमें गृह मंत्रालय के आदेश का इंतज़ार है।
रॉय 2017 में जब टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे तब उन्हें केंद्रीय सुरक्षा प्रदान की गई थी। 2021 में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ही उनकी सुरक्षा बढ़ाकर जेड- श्रेणी की कर दी गई थी। उन्हें मिलने वाली धमकियों के चलते अधिकारियों का अनुमान था कि चुनाव के दौरान उन पर टीएमसी की ओर से हमला हो सकता है।
मंत्रालय का कहना है कि अब चूंकि रॉय वापस टीएमसी में चले गए हैं, तो धमकी का कोई सवाल नहीं उठता है। इसके अलावा उनकी सुरक्षा वापस लेने के पीछे एक और वजह है। दरअसल रॉय ने खुद गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिख कर अपनी सुरक्षा को वापस लिए जाने की प्रार्थना की थी। उन्होंने कोलकाता में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वो पहले ही सीआरपीएफ को अपनी सुरक्षा से जाने को कह चुके हैं। हालांकि सीआरपीएफ मुख्यालय का कहना है कि सुरक्षाकर्मी अभी भी उनकी ड्यूटी पर हैं।