मेलबर्न। भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल में उपविजेता रहकर अपने ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहा। सानिया और उनके भारतीय जोड़ीदार रोहन बोपन्ना को मेलबर्न पार्क में मिश्रित युगल फाइनल में ब्राजील की जोड़ी लुईसा स्टेफनी और राफेल माटोस से हार का सामना करना पड़ा। सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को ब्राज़ील के राफ़ेल माटोस और लुइसा स्टेफ़नी की जोड़ी ने 6-7, 2-6 से हराया। ये सानिया मिर्ज़ा के करियर का आख़िरी ग्लैंडस्लैम था।
वह 19 फ़रवरी से दुबई में शुरू होने वाले डब्लूटीए 1000 टेनिस चैंपियनशिप में अपना आख़िरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी और इसके बाद टेनिस से संन्यास ले लेंगी। सानिया मिर्जा,रोहन बोपन्ना ने ये मुक़ाबला लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस से 6-7, 2-6 से हारा. सानिया मिर्ज़ा ने साल 2014 में ब्रूनो सोरेस के साथ मिक्स्ड डबल्स का अपना आख़िरी खिताब जीता था. सानिया ने अपना पहला मेजर खिताब 2009 में मेलबर्न पार्क में महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाकर जीता था। उन्होंने अपने शानदार ग्रैंड स्लैम करियर का समापन मेलबर्न पार्क में ही किया।
सात साल बाद 2016 में सानिया ने स्विस स्टार मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनायी और टॉप सीड खिलाड़ी के रूप में महिला युगल खिताब जीता। ऑस्ट्रेलिया के बाहर सानिया ने चार और ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। उन्होंने हिंगिस के साथ 2015 में विम्बलडन और यूएस ओपन का खिताब जीता। उन्होंने 2012 में भूपति के साथ फ्रेंच ओपन का खिताब और 2014 में ब्रूनो सोरेस के साथ यूएस ओपन का खिताब जीता।
भावुक नजर आ रही सानिया ने कहा, “मेरे प्रोफेशनल करियर की शुरूआत 2005 में मेलबर्न में हुई थी जब मैं 18 साल की खिलाड़ी के रूप में तीसरे दौर में सेरेना विलियम्स से खेली।” उन्होंने कहा, “यह 18 साल पहले था। मेरे पास यहां बार-बार आकर खेलने और कुछ खिताब जीतने का मौका रहा। इस बार फाइनल में हम जीत नहीं पाए लेकिन अपने ग्रैंड स्लैम करियर को समाप्त करने के लिए इससे बेहतर स्थान और व्यक्ति और कोई नहीं था।”
सानिया ने साथ ही कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बच्चे के सामने ग्रैंड स्लैम फाइनल खेलूंगी लेकिन यह मेरे लिए बहुत खास मौका है कि मेरा चार वर्षीय बेटा और मेरे माता-पिता तथा रोहन की पत्नी यहां हैं।” बोपन्ना 2017 के फ्रेंच ओपन खिताब के बाद अपना दूसरा मिश्रित युगल खिताब चाहते थे लेकिन उपविजेता रह जाने के बाद उन्होंने सानिया की जमकर तारीफ की। बोपन्ना ने कहा, “सानिया के साथ खेलना खास रहा। हमने अपनी पहली मिश्रित युगल जोड़ी तब बनायी थी जब वह 14 साल की थी और हमने खिताब जीता था।”