वाराणसी। रुद्राक्ष की माला को सभी मालाओं में श्रेष्ठ माना है। इस पर किये गए मंत्र जाप का फल भी सभी मालाओं पर किये गये जाप से कई गुना ज्यादा मिलता है। रुद्राक्ष हृदय को स्वच्छ मन को शांत तथा दिमाग को शीतल रखता है। दीर्घ आयु एवं स्वास्थ्य प्रदान करता है जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करते हैं, उनको भूत-प्रेत आदि बाधाएँ कभी भी परेशान नहीं करती हैं।
रुद्राक्ष धारण करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं।
वात और कफ तथा अन्य रोगों का शमन करता है। रक्त का शोधन करता है।
रुद्राक्ष के दाने रात को ताँबे के बर्तन में जल भरकर उसमें डाल दें। सुबह दानों को निकाल कर खाली पेट उस जल को से हृदय रोग तथा कब्ज आदि में लाभ मिलता है।
रुद्राक्ष के दाने दूध में उबालकर दूध पीने से स्मरण शक्ति का विकास होता है और खाँसी में भी आराम होता है।
उच्च रक्तचाप (High BP) के रोगियों के लिए तो रुद्राक्ष की माला वरदान स्वरूप है। इसके लिए आवश्यक है कि रुद्राक्ष के दाने या रुद्राक्ष की माला रोगी के हृदय तक लटकती रहे अर्थात हृदय स्थल को स्पर्श करती रहे। यह रोगी के शरीर अनावश्यक गर्मी अपने में खींचकर उसे बाहर फेंकती है।
रत्न, रूद्राक्ष परामर्श व ज्योतिषीय सुझाव के लिए संपर्क करे।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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