कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहतर एवं उज्ज्वल भारत के लिए मतभेदों को दरकिनार कर विभाजनों से ऊपर उठने का मंगलवार को आह्वान किया। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ”हमारे इतिहास के अध्याय साहस और चुनौतियों का सामना करने की कहानियों से लिखे गए हैं। हम तिरंगा फहराते समय अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करें और उन मूल्यों को बनाए रखने का प्रण लें, जिनके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी।”
उन्होंने कहा, ”उनका बलिदान हमें उद्देश्य और समर्पण के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहे। आइए, हम अपने मतभेदों को दरकिनार कर विभाजनों से ऊपर उठें और एक उज्ज्वल, बेहतर भारत की दिशा में अपनी यात्रा में एकजुट हों।” ममता ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की कविता ‘व्हेयर द माइंड इस विदआउट फीयर (जहां मन हो भय से मुक्त)’ की दो पंक्तियों का भी हवाला दिया।
उन्होंने कहा, ”मेरी ओर से सभी माताओं, भाइयों और बहनों को 77वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।” बनर्जी ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कहा था कि दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से नरेन्द्र मोदी का भाषण प्रधानमंत्री के रूप में उनका आखिरी भाषण होगा क्योंकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विजेता के रूप में उभरेगा। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देने संबंधी संदेश में ‘इंडिया’ शब्द पर जोर दिया।