मुंबई। भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही विशिष्ट उपयोग के मामलों के लिए डिजिटल रुपये ( ई रुपये) की प्रायोगिक रूप से शुरुआत करेगा। रिज़र्व बैंक ने भारत के लिए केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) पर एक अवधारणा नोट जारी किया है जिसमें कहा गया है कि जैसे-जैसे इस तरह की प्रायोगिक शुरुआत की सीमा और दायरा बढ़ता है, रिज़र्व बैंक समय-समय पर ई रुपये की विशेषताओं और लाभों के बारे में सूचित करेगा।
इस अवधारणा नोट को जारी करने का उद्देश्य सामान्य रूप से सीबीडीसी और विशेष रूप से डिजिटल रुपये (ईरुपये) की योजनाबद्ध विशेषताओं के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना है। यह भारत में सीबीडीसी जारी करने के उद्देश्यों, विकल्पों, लाभों और जोखिमों की व्याख्या करता है। यह नोट सीबीडीसी की शुरूआत के प्रति रिज़र्व बैंक के दृष्टिकोण को दर्शाने का भी प्रयास करता है।
अवधारणा नोट में प्रौद्योगिकी और डिजाइन विकल्प, डिजिटल रुपये के संभावित उपयोग, जारी करने का तंत्र आदि जैसे प्रमुख विषयों पर भी चर्चा की गई है। यह बैंकिंग प्रणाली, मौद्रिक नीति, वित्तीय स्थिरता पर सीबीडीसी की शुरूआत के तात्पर्य की जांच करता है और गोपनीयता के मुद्दों का विश्लेषण करता है।