23वें खड़गपुर पुस्तक मेले में प्रदूषण व साइबर क्राइम पर रहेगा फोकस
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । पुस्तकों की बिक्री ही खड़गपुर पुस्तक मेले का प्रधान लक्ष्य है। 23वें खड़गपुर पुस्तक मेले में स्वतंत्रता संग्राम में अविभाजित मेदिनीपुर जिले की भूमिका, दिनोंदिन गंभीर होती शहर की प्रदूषण की समस्या, यातायात नियंत्रण और साइबर क्राइम पर खास फोकस रहेगा। यह बात खड़गपुर पुस्तक मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने कही। रविवार को आयोजन स्थल गीतांजलि भवन में समिति की ओर से प्रेस मीट का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति के सचिव देवाशीष चौधरी, प्रख्यात साहित्यकार सुनील मांझी, प्रोफ़ेसर तपन कुमार पाल, विश्वजीत कर, अपूर्व चटर्जी, प्रशांत राय, बी. हरीश कुमार तथा मौसमी सरकार समेत बड़ी संख्या में आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।
अपने संबोधन में समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि 23वां पुस्तक मेला आगामी 7 से 15 जनवरी तक शहर के गीतांजलि भवन में आयोजित होगा। सम्मेलन के उद्घाटनकर्ता और मुख्य अतिथि के संबंध में जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी। मेले का मुख्य लक्ष्य पुस्तकों की बिक्री ही है। वैसे इस दौरान होने वाले नियमित कार्यक्रम जैसे चित्रांकन प्रतियोगिता, कवि सम्मेलन तथा रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम पूर्ववत आयोजित किए जाएंगे। मेले में बांग्ला व हिंदी सहित अन्य भाषाओं की पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। पदयात्रा व बाइक रैली के माध्यम से पुस्तक प्रेमियों को पुस्तक मेले की ओर आकृष्ट करने का प्रयास किया जाएगा।
11 जनवरी को कवि सम्मेलन व कविता पाठ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रख्यात हास्य कवि व कलाकार एहसान कुरैशी भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि मेले में होने वाली गंभीर मंत्रणा में अविभक्त मेदिनीपुर जिले की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका, शहर में दिनोंदिन गंभीर होती प्रदूषण की विकट समस्या, यातायात की समस्या विशेष रूप से लापरवाही से बाइक चलाने कथा साइबर क्राइम जैसे आम आदमी को सीधे प्रभावित करने वाले मुद्दे शामिल किए गए हैं।