वाराणसी। चैत्र माह की अमावस्या तिथि बेहद खास है, क्योंकि यह सोमवार को पड़ने जा रही है। सोमवती अमावस्या को नाराज पितृ को प्रसन्न करने के लिए खास दिन माना जाता है। इस दिन पितृ तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। चैत्र माह की अमावस्या तिथि इस साल सोमवार को पड़ने जा रही है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या तिथि का महत्व और भी ज्यादा होता है। इसे सोमवती अमावस्या भी कहते हैं। सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान, पितृ दान और भगवान शिव, माता पार्वती की पूजा करने का विधान है।
इस साल सोमवती अमावस्या पर बेहद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। अमावस्या के दिन ही साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है। हालांकि, ग्रहण भारत में दृश्य नहीं रहने वाला है, जिसके कारण अमावस्या पर होने वाले पितृ तर्पण पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। सोमवती अमावस्या, सूर्य ग्रहण और चैत्र माह के दुर्लभ संयोग का जातकों को लाभ उठाना चाहिए।
नाराज पितृ होंगे प्रसन्न : इस साल चैत्र माह की अमावस्या तिथि 8 अप्रैल को है। अमावस्या पितृ तर्पण होता है। चैत्र माह की अमावस्या तिथि बेहद खास है, क्योंकि यह सोमवार को पड़ने जा रही है। सोमवती अमावस्या को नाराज पितृ को प्रसन्न करने के लिए खास दिन माना जाता है। इस दिन पितृ तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। घर में हमेशा सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। सूर्य ग्रहण की वजह से सोमवती अमावस्या और भी प्रभावी हो गई है।
कब लगेगी अमावस्या : सोमवती अमावस्या तिथि की शुरुआत 8 अप्रैल पहले सुबह 3 बजकर 56 मिनट से होगी और समापन 8 अप्रैल को ही रात 11 बजकर 38 मिनट पर हो जाएगा। इसलिए सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल को ही मानी जाएगी।
पितृ को प्रसन्न करने के लिए करें यह उपाय : सोमवती अमावस्या पितृ को प्रसन्न करने के लिए खास दिन है। इस दिन सबसे पहले स्नान कर पितरों का तर्पण करें। तर्पण में काला तिल, चावल, जौ, फूल और कुश अवश्य अर्पण करें। उसके बाद खीर का पिंड पितरों को प्रदान करें- सोमवार के दिन अमावस्या तिथि पड़ रही है, जिसके कारण उस दिन पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करें। पीपल के पेड़ में जल अर्पण करें। माना जाता है कि पीपल के पेड़ में भगवान शिव का वास होता है- अमावस्या के दिन ब्राह्मण भोजन अवश्य कराएं और गरीबों में अनाज और सफेद वस्त्र का दान करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और आपको पितृ दोष से मुक्ति मिल जाएगी और घर में धन, वंश की कभी कमी नहीं होगी।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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