भुवनेश्वर। ओडिशा की हॉकी प्रतिभाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को निखारने के लिए भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल, प्रतिष्ठित कलिंगा स्टेडियम में महिला स्ट्राइकर्स के लिए एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रही हैं। शिविर का आयोजन ओडिशा के खेल और युवा सेवा विभाग द्वारा ओडिशा नेवल टाटा हॉकी हाई-परफॉर्मेंस सेंटर और हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा के संयुक्त प्रयास से किया गया है।
14 से 19 अगस्त तक आयोजित होने वाला यह शिविर राज्य भर के युवा खिलाड़ियों के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम के अब तक के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर्स में से एक से सीखने का अवसर होगा। कुल 25 खिलाड़ी इस स्ट्राइकर कैंप का हिस्सा हैं और इससे ओडिशा नेवल टाटा हॉकी हाई-परफॉर्मेंस सेंटर, स्पोर्ट्स हॉस्टल, पानपोष, एसएआई एसटीसी सुंदरगढ़ और एसएआई एनसीओई भोपाल के खिलाड़ियों को फायदा होगा।
कैंप के बारे में बात करते हुए रानी रामपाल ने कहा, “यह कैंप एक बेहतरीन पहल है। यह मेरे लिए ओडिशा में इन खिलाड़ियों के साथ अपना ज्ञान, कौशल और अनुभव साझा करने का एक मौका है। शिविर के दौरान मेरा मुख्य ध्यान खेल के तकनीकी, शारीरिक और मानसिक पहलुओं और गहन प्रशिक्षण सत्रों पर होगा।”
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रानी ने ओडिशा में खेल के प्रति सोच और व्यवस्था पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में कई पहल और विकास के साथ, ओडिशा दुनिया के खेल मानचित्र पर है। यहां की सुविधाएं बेहद आधुनिक और विश्वस्तरीय स्तर की हैं। ओडिशा में हॉकी कार्यक्रम खेल विज्ञान, पोषण और मनोविज्ञान पर विशेष ध्यान देने के साथ बहुत व्यापक है।”
रानी ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में एक युवा टीम का नेतृत्व किया, जो चौथे स्थान पर रही। यह भारतीय महिला टीम का ओलंपिक में अपनी तीसरी उपस्थिति में सर्वोच्च स्थान था। उन्होंने 2008 में डेब्यू किया और 14 साल की उम्र में रानी भारत की सबसे कम उम्र की हॉकी खिलाड़ी बन गईं।