जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले में स्थित बिसलपुर बांध से जिले के किसानों को सिंचाई के लिए नहरों में पानी नहीं छोड़ने पर रविवार सुबह एक दिन का गांव बंद आंदोलन शुरु किया गया। किसान महापंचायत युवा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने बताया कि गांव बंद के आह्वान के बाद जिले के 256 गांव बंद रहे और इसके तहत नगरफोर्ट तहसील के खेड़ा हाथीभाटा के महिला किसानों ने गांव बंद कर पानी नहीं तों वोट नहीं की नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
उन्होंने बताया कि किसानों की मांग है कि बिसलपुर बांध से नहरों में चार टीएमसी पानी सिंचाई के लिए दिया जा सकता है। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि किसानों को बिसलपुर बांध से सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ने की मांग को लेकर गत दो नवम्बर को टोंक ज़िला मुख्यालय पर किसानां ने पड़ाव डाला था।
बाद में जिला प्रशासन के साथ बात होने पर दो दिन में पानी छोड़ने का समय देते हुए पड़ाव स्थगित कर दिया गया था लेकिन प्रशासन ने किसानों की मांग पर कोई ध्यान नहीं देने पर गांव बंद का आह्वान किया गया जिसमें एक दिन के लिए 256 गांव बंद रखे गए।
श्री जाट ने बताया कि टोंक एवं उनियारा विधानसभा क्षेत्रों के 256 गांव बंद रखे गए जिसके तहत गांव के लोग गांव मेें रहे और गांव के बाहर नहीं गये। गांव में किसी को काम है तो वह आ सकता है लेकिन गांव का आदमी गांव के बाहर नहीं जाकर अपनी मांगों के समर्थन में अपना विरोध जताया है।
उन्होंने बताया कि गांव का आदमी गांव में ही रहकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रशासन का ध्यान खींचने के लिए इस तरह का कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि किसान सोमवार को टोंक में अनाज मंडी में फिर एकत्रति होकर आगे की रणनीति के बारे में निर्णय लेंगे।