नयी दिल्ली। जब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अंडर-19 विश्व कप के फ़ाइनल में चमकने की बारी आई, तो राज बावा चमक उठे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का चयन करने के बाद, 25वें ओवर में इंग्लैंड का स्कोर था सात विकेट पर 91 रन। और इनमें से चार शिकार ख़ुद बावा ने किए थे और इस मैच में उनके आंकड़े रहे – 31 रन देकर पांच विकेट। चार विकेट से मिली इस जीत के स्टार बावा के बारे में कप्तान यश धुल ने कहा, ”वह मानसिक रूप से बहुत मज़बूत है, वह जानता है कि संकटपूर्ण परिस्थितियों में क्या करना है, और वह अपने खेल के बारे में बहुत आश्वस्त है।”
अपने इन पांच विकेट और बल्ले के साथ 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी के लिए बावा को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भारत के पहले मैच पर अगर आप ग़ौर करेंगे तो स्कोरबोर्ड आपको बावा के नाम के आगे चार विकेट दिखाएगा। लेकिन इस मैच में उनके पहले ओवर में 17 रन बने थे। धुल ने कहा, ”वह थोड़ा अलग है। जब हम सब आनंद ले रहे थे, वह अपनी गेंदबाज़ी पर बड़े पैमाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा था, प्रशिक्षण में अधिक समय बिता रहा था।
कोचों से बात कर रहा था और वीवीएस (लक्ष्मण) सर से बात कर रहा था। इसलिए हमें सुधार देखने को मिला।” विशेष रूप से शॉर्ट गेंद के उपयोग के साथ, जिसे धुल ने कहा कि बावा ने ‘बल्लेबाज़ों को आश्चर्यचकित करने’ के लिए किफ़ायत से इस्तेमाल किया। उनमें से एक रेहान अहमद के बल्ले का किनारा लेकर उनके हेलमेट पर जा लगी, और दूसरी जॉर्ज बेल का विकेट दिला गई जब वह बाउंसर गेंद को नियंत्रण में नहीं रख पाए।