कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में माओवादी गतिविधियों को छोड़कर मुख्यधारा में लौटे एक शख्स ने खुदकुशी कर ली है। हिंसक गतिविधियां छोड़ने के बाद राज्य सरकार ने उसे होमगार्ड की नौकरी दी थी। सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी में बताया गया है कि पुलिस लाइन बेलगुमा में सोमवार को उस शक्स ने सबसे पहले अपने बेटे की गला रेत कर हत्या कर दी और फिर खुदकुशी कर ली है। मृतक की पहचान हेमंत हेम्ब्रम के तौर पर हुई है। उसकी पत्नी का नाम चंपा है।
दोनों तनासी गांव के रहने वाले हैं। एक समय में दोनों माओवादियों के अयोध्या दस्ते के सक्रिय सदस्य थे। हेमंत हथियार लेकर दस्ते से फरार हो गया था। 2013 में पुरुलिया में उसने जिला पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। बाद में चंपा को भी पुलिस ने पकड़ा था और समर्पण की वजह से दोनों को होमगार्ड की नौकरी दी गई थी।
चंपा ने बताया है कि रविवार देर रात उसकी पति से विवाद हुई थी जिसके बाद उसने छह साल के बच्चे की गला रेत कर हत्या कर दी। उसके बाद उसने चंपा को भी मारने की कोशिश की लेकिन वह जैसे-तैसे भाग निकली। जिला पुलिस अधीक्षक एस सिल्वामुरगन ने सोमवार को बताया कि स्पेशल होमगार्ड ने पहले अपने बच्चे को मारा है और उसके बाद पत्नी की भी हत्या की कोशिश की। बाद में उसने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली है। घटना की जांच चल रही है।