मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के एजेन्डे में जनता की सुरक्षा को कभी महत्व नहीं दिया गया क्योंकि सुरक्षा के लिए वे स्वयं सबसे बड़ा खतरा थे। आदित्यनाथ ने मांट विधानसभा क्षेत्र के टेटीगांव कस्बे में भाजपा प्रत्याशी राजेश चौधरी के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबाेधित करते हुए कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था का आलम इस कदर खराब था कि कोई प्रदेश में आना पसन्द नही करता था।
व्यापारी शाम पांच बजे अपने प्रतिष्ठान बंद करके घर चले जाते थे जबकि बेटियां स्कूल जाने से कतराती थीं। महिलाएं सूर्यास्त के बाद घर से नहीं निकलती थीं। शाम को जो घर से निकलता था, उसके वापस घर लौटने पर संशय बना रहता था। प्रदेश में एक प्रकार से अराजकता का माहौल था। सपा के कार्यकाल में 700 दंगे हुए तथा पहला दंगा कोसी में हुआ था वहीं भाजपा के कार्यकाल में एक भी दंगा नही हुआ। 2017 के बाद हर व्यक्ति को सुरक्षा मुहैया करायी गई।
सपा समर्थकों को मिलने लगीं धमकियां : अखिलेश
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के चुनाव प्रचार के जोर पकड़ने के साथ ही राज्य के विभिन्न इलाकों में पार्टी समर्थकों को धमकियां मिलने लगी हैं। अखिलेश ने आगरा के बाह और एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा, “हमें लगातार सूचना मिल रही है कि सपा का चुनाव प्रचार जोर पकड़ने के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धमकियां मिलने लगी हैं।” उन्होंने जनता से इस तरह की धमिकयों को फोन में रिकार्ड करने की अपील भी की।