खड़गपुर संवाददाता । जनहित विरोधी बिजली बिल की वापसी की मांग पर बिल की कॉपी आग के हवाले कर सोमवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार आज 8 अगस्त को संसद में जनहित विरोधी विद्युत अधिनियम-2003 (संशोधन-2022) विधेयक पेश करने जा रही है। अखिल भारतीय विद्युत उपभोक्ता संघ ने बिल को रद्द करने की मांग को लेकर पूरे देश में काला दिवस मनाने का आह्वान किया है।
संगठन की पूर्व मेदिनीपुर जिला समिति की ओर से तमलुक अस्पताल जंक्शन, पांशकुरा पुराना बाजार जंक्शन, कोलाघाट विवेकानंद जंक्शन, हल्दिया में चैतन्यपुर और एगरा शहर के दीघा जंक्शन पर बिजली अधिनियम 2022 के प्रतीकों और प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व संगठन के जिला नेता प्रदीप दास, नारायण चंद्र नायक, जय मोहन पाल, अशोक तरु प्रधान, नारायण प्रमाणिक तथा सनातन गिरि आदि ने किया।
नेताओं ने शिकायत की कि अगर बिजली बिल कानून बन जाता है, तो अधिक बिजली उपयोगकर्ताओं के लिए बिजली की कीमत कम हो जाएगी। कम बिजली उपयोगकर्ताओं के लिए बिजली की कीमतें बढ़ेंगी। सब्सिडी खत्म करने से बिजली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निजीकरण होगा। उपभोक्ता संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि उपभोक्ता विरोधी हित विधेयक को तत्काल वापस नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा।