कोलकाता। विश्व मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में हंशी प्रेमजीत सेन के छात्रों का जलवा रहा। हाल में अंटाल्या, तुर्की में आयोजित विश्व मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में 1 स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य पदक जीतकर भारत के खिलाड़ियों ने देश का नाम रौशन किया। हंशी प्रेमजीत सेन के नेतृत्व में और क्योशी जॉयदेब मंडल की सहायता से भारतीय महाद्वीप ने इस मेगा इवेंट में भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में बाईस देशों ने हिस्सा लिया था।
वैश्विक चैंपियनशिप प्रतियोगिता में आनंदी गर्ग ने एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक, दीया रॉय ने एक रजत और एक कांस्य पदक, प्रकाश कुमार एक रजत पदक, प्राची जैन एक रजत पदक, चंदीप कौर ने एक कांस्य पदक, जसनूर ने दो रजत पदक और अक्षत झांजी ने एक रजत पदक जीता। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बाईस देशों में पदक जीतने के मामले में भारत शीर्ष रैंक पर रहा है. यह हंसी प्रेमजीत सेन के नेतृत्व में पदक जीतने की एक और कड़ी है और उनके खिलाड़ियों ने दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया।
प्रतियोगिता के बाद साक्षात्कार के दौरान हंशी प्रेमजीत सेन ने कहा, “मुझे बहुत खुशी होती है, जब मैं विश्व मंच पर भारत के झंडे को लहराते देखता हूं और इस बार छात्रों ने एक असाधारण प्रदर्शन किया है। बता दें कि इससे पहले हंशी प्रेमजीत सेन की कोचिंग और मार्गदर्शन में कई अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत ने देश के लिए कई पदक जीते थे। हंशी प्रेमजीत सेन खुद भी एक बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने साल 2003 और 2008 की विश्व मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया था।