।।नौका विहार।।
नौका विहार मैं तेरे संग करूंगी,
चांदनी रात आज पिया जी के नाम करूंगी,
नज़र से नज़र मिला कर
सारा जहां रंगीन करूंगी।
दिल का हाल नौका विहार में कहूंगी,
क्या पहनूं क्या न पहनूं
दिन से रात हो गई
दिल बैचेन हुआ चांदनी रात हो गई,
रिमझिम बारिश हो सागर किनारे हो,
प्यार बेशुमार हो
नौका विहार हो
चांदनी रात हम तुम ख़ामोश
नज़रो से बात हो।
प्रतिभा जैन
टीकमगढ़ मध्य प्रदेश