श्योपुर/ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे, जहां वे नामीबिया से आज ही लाए गए चीतों को औपचारिक तौर पर बाड़े में छोड़कर लगभग 70 सालों बाद चीतों को फिर से देश में बसाने की महत्वाकांक्षी योजना की शुरूआत करेंगे।इसके पहले मोदी दिल्ली से रवाना होकर सुबह लगभग दस बजे विशेष विमान से ग्वालियर पहुंचे, जहां राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य चुने हुए गणमान्य नागरिकों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मोदी सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से कूनो के लिए रवाना हुए थे।
कूनो राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में मोदी के हेलीकॉप्टर को उतारने के लिए हेलीपेड तैयार किए गए हैं। इसके पहले नामीबिया से कल विशेष विमान से आठ चीतों को लेकर एक विमान ने उड़ान भरी थी, जो सुबह ग्वालियर के विमानतल पर उतरा। विमानतल पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विशेष विमान में सवार चीतों के साथ आए विशेष दल की अगवानी की। सिंधिया की मौजूदगी में ही विशेष पिंजरों को विमान से उतारकर हेलीकॉप्टर में रखा गया, जिनमें चीते थे।
इन पिंजरों को हेलीकॉप्टर से कूनो राष्ट्रीय उद्यान ले जाया गया। चे चीते मोदी के कूनो पहुंचने के पहले ही कूनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंच चुके थे। मोदी कूनो में चीतों को औपचारिक तौर पर बाड़े में छोड़ने के उपरांत चीता मित्रों से संवाद करेंगे। चीता मित्रों की नियुक्ति भी कूनो क्षेत्र में की गयी है, जिन्हें चीतों की रक्षा के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन चीता मित्रों को रोजगार संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कूनो राष्ट्रीय उद्यान के कारण विस्थापित कुछ गांवों के निवासियों को चीता मित्र बनाया गया है। मोदी आज ही कराहल में स्वसहायता समूह के सदस्यों को संबोधित करेंगे, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद मोदी वापस ग्वालियर आएंगे और वहां से दिल्ली लौट जाएंगे।