शिवशंकर प्रसाद, पलामू : ज्ञान विज्ञान समिति पलामू के तत्वाधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जयंती के अवसर पर किसान बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम आयोजित किया कार्यक्रम के उद्घाटन करते हुए ज्ञान विज्ञान समिति के झारखंड राज्य के अध्यक्ष शिव शंकर प्रसाद ने कहा कि आज देश के किसान अपने हक अधिकार के लिए संघर्षरत हैं और सरकार उनके वाजिब मांग को सुन नहीं रही है ऐसी परिस्थिति में हमें किसान के वाजिब मांग के साथ खड़े होने की आवश्यकता है क्योंकि अगर देश के किसान नहीं बचेंगे तो हमारा देश भी नहीं बचेगा आज हम जो भी कुछ करते हैं खाते हैं पीते हैं रहते हैं वह किसान के बदौलत ही हैं देश के अधिकांश भूभाग में कृषि ही रोजगार के सबसे सशक्त साधन है और आज कृषि को ही कॉर्पोरेट के हवाले करने की साजिश की जा रही है।
ऐसी परिस्थिति में हमें किसान के साथ खड़े होने की आवश्यकता है कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्री गोकुल बसंत ने कहा कि यह सरकार कॉर्पोरेट के इशारों पर काम करती है और किसान को परेशान करती हैं जबकि नहीं देश के लोगों को अनूप जाकर पेट पालता लेकिन उसके वाजिब मांग पर ध्यान न देकर कॉर्पोरेट के मुनाफे के लिए ध्यान दे रही है हमें किसान को साथ देने के लिए खेत खलियान से आवाज उठाने की जरूरत हैै। कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए ग्रामीण वनांचल बैंक के पूर्व प्रबंधक वरिष्ठ सामाजिक चिंतक श्री पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में सबसे ज्यादा रोजगार देने का काम किसान ही करते हैं आज हमारे देश में कृषि के क्षेत्र को बर्बाद करने की साजिश की जा रही है।
आज देश के कुछ चंद घराने काफी अमीर हो गए हैं और बड़े पैमाने पर किसान मजदूर परेशान हैं बदहाल हैं और अपनी बदहाली के निजात पाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं हमें उनके साथ खड़ा होने की जरूरत है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष केडी सिंह ने कहां की अगर हम किसान के लिए खड़े नहीं होंगे तो देश के किसान बद से बदतर स्थिति में चले जाएंगे और कॉर्पोरेट घर आना उनके जमीन पर नजर गड़ाए बैठी है और वह किसान को सिर्फ और सिर्फ मुनाफे के रूप में देख रहे हैं जबकि किसान अपने मेहनत के बल पर कृषि करते हैं उनका लागत मूल्य भी नहीं आता कई मुल्कों में किसान को पेंशन दिया जाता है लेकिन हमारे यहां इस तरीके का कोई प्रावधान नहीं है।
आज देश के किसान नहीं बचेंगे तो आने वाली पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी क्योंकि इतनी खराब हालत के बावजूद कृषि ही ऐसा क्षेत्र है जहां लोग अपने श्रम के बल पर उत्पादन करते हैं ताकि लोगों के पेट भरा जा सके इसलिए हमारा देश जो सबका देश होना चाहिए उसमें देश को अगर बचाना है तो किसान को बचाना होगा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने नारा दिए थे जय जवान जय किसान जितना महत्व सीमा पर जवान का है उतना ही महत्व खेत और खलिहान में किसान का है और हम दोनों मिलकर ही देश को बेहतर ताकतवर बना सकते हैं इसलिए किसान के जायज मांग जो है उसे मानना चाहिए और सरकार को तीनों काले कानून को वापस लेना चाहिए ताकि हमारा देश किसान के सम्मान कर सके ताकि किसान पूरे मेहनत के साथ में लोगों के पेट भर सके अंत में ज्ञान विज्ञान समिति के रविशंकर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की