ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने अपने 10वें स्कूल – जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग का उद्घाटन किया

कोलकाता : भारत का पहला रैंक वाला निजी विश्वविद्यालय और ‘इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) का दर्जा प्राप्त, ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने अपने 10 वें स्कूल: जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग (जेएसपीसी) के शुभारंभ की घोषणा की। इसके साथ ही इसने 2021 में प्रवेश के लिए 7 नए शैक्षणिक कार्यक्रमों की भी घोषणा की। जेजीयू के दस स्कूलों द्वारा ऑफर किए जाने वाले नए कार्यक्रम हैं, मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) में बीए (ऑनर्स), वित्त और उद्यमिता (फाइनांस एंड इंटरप्रेन्योरशिप) में बीए (ऑनर्स), बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स में बीएफए (ऑनर्स), बिजनेस एनालिटिक्स में बीबीए (ऑनर्स), फैमिली बिजनेस में बीबीए (ऑनर्स), फाइनेंसियल मार्केट्स में बीबीए (ऑनर्स) और डाटा जर्नलिज्म में भारत का पहला पीजी डिप्लोमा।

इसके अलावा,जिंदल स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड आर्किटेक्चर (जेएसएए) द्वारा प्रस्तुत बी. डिजाइन कार्यक्रम में “इंटेरियर डिजाइन” में उनके मौजूदा विशेषज्ञता को जोडते हुए दो नए पाठ्यक्रम होंगे। पहला, “शहरी नियोजन” पर है, और दूसरा “सामुदायिक योजना” पर है।

ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ) सी राज कुमार ने कहा, “जेजीयू हमारे छात्रों के लिए एक रूपांतरित शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अकादमिक नवाचार, अंतर्राष्ट्रीयकरण, और अनुसंधान उत्कृष्टता के मामले में सबसे आगे है। इसने हमें उच्च शिक्षा की दुनिया के लिए काविड-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों को दूर करने में सक्षम बनाया है। ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ के रूप में, यह सामाजिक विज्ञान, लिबरल आर्ट्स और मानविकी के अध्ययन के लिए समर्पित है।  हमारे लिए अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज पर एक मजबूत और कारगर प्रभाव डालना महत्वपूर्ण है। 2014 में स्थापित जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) ने व्यवहार विज्ञान में अनुसंधान और क्षमता निर्माण का एक समृद्ध निकाय बनाया है। हम एक विश्व स्तरीय संस्था, जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग (जेएसपीसी) को विकसित करने के लिए उस अनुभव को विकसित कर रहे हैं।

इसी प्रकार, जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल, जिंदल स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज, जिंदल स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन और जिंदल स्कूल ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस में हमारे संकाय सदस्यों का फाइन आर्ट्स, एंटरप्रेन्योरशिप, डेटा जर्नलिज्म, बिजनेस एनालाइटिक्स, फाइनेंसियल मार्केट्स, और बिजनेस स्टडीज के क्षेत्रों में गहरा और समृद्ध अनुभव है। हमारा लक्ष्य अपने छात्रों को विभिन्न यूजी और पीजी कार्यक्रमों में एक अद्वितीय शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए इन अनुभवों का लाभ उठाना है जो नए शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में पेश किए जा रहे हैं।”

जेजीयू के एडमिशन्स एंड आउटरीच के ऑफिस के डीन, प्रोफेसर आर्या बी़ मजुमदार ने कहा, “21 वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत में ललित कलाओं में मानसिक स्वास्थ्य, उद्यमशीलता और नए युग के करियर जैसे मुद्दों पर बातचीत शुरू हो गई है। सामाजिक विज्ञान, कला और मानविकी के अध्ययन के लिए समर्पित विश्वविद्यालय के रूप में, जेजीयू को इस बातचीत का हिस्सा बनने की आवश्यकता है। जेजीयू में पेश किए जा रहे ये नए कार्यक्रम कानून, व्यवसाय, सामाजिक विज्ञान, राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, लिबरल आर्ट्स, वास्तुकला, संचार, वाणिज्य और पर्यावरण अध्ययन में मौजूदा कार्यक्रमों की सूची को पूरा करेंगे।”

इस वर्ष, जेजीयू को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा औपचारिक रूप से ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ (आईओई) का दर्जा दिया गया था। जेजीयू को तीनों स्तरों – एशिया रैंकिंग, ब्रिक्स रैंकिंग और विश्व रैंकिंग पर क्यू एस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में अव्वल आकर, नवीनतम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के अनुसार भारत के नंबर 1 रैंक निजी विश्वविद्यालय के रूप में और नवीनतम क्यूएस वर्ल्ड ‘यंग’ यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दुनिया में शीर्ष 150 में से एक के रूप में मान्यता मिली है।

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