कोलकाता। अगले साल 31 जनवरी से दो सप्ताह के लिए लगने वाले 45 वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में केवल पूरी तरह टीकाकरण करा चुके पुस्तक प्रेमियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। आयोजकों ने शुक्रवार को यह बात कही। आगंतुकों की लिहाज से दुनिया में यह सबसे बड़ा आयोजन है। पिछली बार कोविड-19 महामारी के फैलने से पहले 2020 के प्रारंभ में यह मेला लगा था। अगले साल भी यह साल्ट लेक के सेंट्रल पार्क में आयोजित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम के आयोजक पब्लिसर्श एंड बुकसेलर्स गिल्ड के महासचिव त्रिदिब चटर्जी ने कहा, ‘‘ कोविड-19 की स्थिति में सुधार के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मंजूरी के बाद हम सभी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए 31 जनवरी से पूर्ण अवधि के लिए देश में इस सबसे बड़े पुस्तक मेले का आयोजन करेंगे। ’’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक ले ली है और जो मास्क लगाकर आयेंगे , केवल उन्हें ही अंदर आने दिया जाएगा। चटर्जी ने कहा, ‘‘ हम मुफ्त ई-पास लाने की योजना बना रहे हैं। लोग निर्धारित लिंक पर क्लिक करके डिजिटल तरीक से मेले में भाग ले सकते हैं। ’’
उन्होंने कहा कि ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती और बांग्लादेश मुक्तिसंग्राम की स्वर्णजयंती इस साल पुस्तक मेले में मनायी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘ उद्घाटन के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को न्योता देने की हमारी योजना है लेकिन अभी यह तय नहीं है कि वह इसके लिए समय निकाल पायेंगी।’