मित्र सम्मिलनी द्वारा खूँटी पूजा का आयोजन
सिलीगुड़ी। रथ यात्रा के दिन सिलीगुड़ी में दुर्गा पूजा की शुरुआत खूँटी पूजा के साथ हुई। आज मित्र सम्मिलनी के आयोजकों ने खूँटी पूजा का आयोजन किया। इस वर्ष पूजा 97वें वर्ष में प्रवेश कर गई। इस दिन पूरे विधि-विधान से खूँटी पूजा के साथ दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई।
गौरतलब है पहली दुर्गा पूजा सिलीगुड़ी में मित्र सम्मिलानी द्वारा आयोजित की गई थी। वर्तमान में सिलीगुड़ी में छोटे और बड़े बजट की 173 पूजा आयोजित की जाती है। भले ही कोई भव्य या विषयगत पूजा न हो, फिर भी सिलीगुड़ी के लोग मित्र संमेलिनी की पूजा देखने के लिए उमड़ पड़ते हैं।
दुर्गा पूजा के लिए खूँटी पूजा का आयोजन
सिलीगुड़ी। रथ यात्रा की पूर्व संध्या पर देशबंधु पाड़ा नवीन संघ ने 63वें वर्ष की तैयारी शुरू कर दी। आज आयोजकों ने रथयात्रा की पूर्णिमा के अवसर पर पूजा पंडाल के लिए खूँटी पूजन कर विधिवत रूप से दुर्गा पूजा की शुरुआत की। पूजा समिति के सदस्य ईशांत सेन ने कहा कि इस साल इसे थोड़ा पहले शुरू किया गया था क्योंकि दुर्गा पूजा को अलग तरीके से करने की योजना है।
रथयात्रा के दिन महामाया स्पोर्टिंग क्लब की बड़ी मां’ पूजा की तैयारी शुरू, खूँटी पूजा का हुआ आयोजन
सिलीगुड़ी। रथ यात्रा के दिन महामाया स्पोर्टिंग क्लब ने ‘बड़ी मां’ पूजा की तैयारी शुरू कर दी। आज क्लब की ओर से खूँटी पूजा का आयोजन किया गया। महामाया स्पोर्टिंग क्लब ने रथ यात्रा के अवसर पर ‘बड़ी मां’ पूजा के लिए खूँटी पूजा का आयोजन किया। पूजा रीति-रिवाजों के अनुसार की गई। खूँटी पूजा मंगलवार को सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 38 स्थित महामाया स्पोर्टिंग क्लब परिसर में आयोजित की गई।
क्लब के अधिकारियों ने खूँटी पूजा के माध्यम से बड़ी माँ पूजा की तैयारियां शुरू कर दी। पूजा में सिलीगुड़ी नगर निगम के एमआईसी दुलाल दत्ता उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि बड़ी मां काली मां का दूसरा रूप है। खास इंतजाम के जरिए यह पूजा अलग तरीके से की जाएगी।
कूचबिहार में भी खूँटी पूजा से शुरू हुई दुर्गा पूजा की तैयारी
कूचबिहार। कूचबिहार के सुभाषपल्ली स्पोर्टिंग क्लब की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर खूँटी पूजा का आयोजन किया गया। मंगलवार को रंगारंग कार्यक्रम के साथ खूँटी पूजा का आयोजन किया गया। समिति के अनुसार रंगारंग कार्यक्रम के अलावा महिला ढाकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। इस 75वें दुर्गा पूजा के लिए विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है। इस दिन क्षेत्र के स्त्री-पुरूषों का मेल इस आयोजन को पूरी तरह से खूबसूरत बना दिया।
इसके साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद नए विचारों को संगठित करने की योजनाएँ भी अपनाई गईं है। इस वर्ष दुर्गा पूजा की थीम मनतपुरी है। ज्ञातव्य है कि इस दिन तीसरे चरण की रंगारंग शोभायात्रा कबूतर और गुब्बारे उड़ाकर शुरू की गई। शोभायात्रा कूचबिहार शहर की परिक्रमा की।