पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए मंगलवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को 15 साल काम करने का मौका मिला, लेकिन क्या किया? मुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि हमारे ऊपर नहीं बोलेंगे तो पब्लिसिटी कैसे मिलेगी। इनलोगों के समय तो बिहार में कुछ था नहीं। मुख्यमंत्री मंगलवार को उपचुनाव के प्रचार से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इनलोगों को कुछ करना नहीं है। केवल घर में बैठकर बात करना है। सबलोग सब जानते हैं।
पत्रकारों द्वारा लालू प्रसाद के ‘पटना आये ही हैं, नीतीश जी का विसर्जन करने’ के बयान के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने मजकिया लहजे में कहा कि “तो वे गोली ही मरवा दें। सबसे अच्छा यही होगा। बाकी कुछ तो वे नहीं कर सकते हैं, पर अगर चाहें तो गोली मरवा सकते हैं।”
पत्रकारों के एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद को 15 सालों का मौका मिला तो क्या किया? कितने लोगों को रोजगार दिया? कितनी सड़कें बनवाईं? बिजली के लिये क्या किया? स्कूल में कितनों को पढ़वाया?
उन्होंने कहा कि पहले क्या स्थिति थी बिहार की। अनुसूचित जाति, अतिपिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं की। हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो ज्यादा रोजगार के लिए काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग एक-एक चीज पर काम करते हैं। स्कूलों का निर्माण हुआ है। पंचायत तक इंटर तक पढ़ाई का काम हो रहा है।
नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों का काम जनता की सेवा करना है, वही करेंगे। जनता मालिक है। उन्होंने कहा कि हमलोगों के लिए तो पूरा बिहार ही परिवार है, कुछ लोगों के लिए अपने परिवार को बढ़ाना है, इसलिए बोलने से कुछ नहीं होने वाला है, जिसको जो बोलना है, बोलता रहे।