तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला सूचना एवं संस्कृति विभाग की पहल व गोदपियाशाल चारुबाला गर्ल्स हाई स्कूल के सहयोग से स्कूल के सभागार में नजरूल जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कवि नजरूल की तस्वीर पर माल्यार्पण से हुई। जिला सूचना एवं संस्कृति अधिकारी वरुण मंडल, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पियाली सेनगुप्ता, संगीतकार आलोक बरन माईती, कवि एवं संपादक तापस माईती, शालबनी पंचायत समिति के कर्माध्यक्ष चित्रकार विश्व बनर्जी, नृत्यांगना शेशाद्री मिश्रा, प्रधानाचार्य उषा, शिक्षक सुदीप कुमार खांडा एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और अतिथि कलाकारों ने दिलचस्प सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें वार्ता, सस्वर पाठ, नृत्य और संगीत शामिल थे। शेशाद्री नृत्य अकादमी के छात्रों ने आमंत्रित कलाकारों के रूप में मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन स्कूल की शिक्षिका तनुश्री भट्टाचार्य ने किया। उधर, पश्चिम बंगाल लोकतांत्रिक साहित्यकार शिल्पी संघ व भारतीय गण नाट्य संघ की पहल पर शुक्रवार सुबह व शाम नजरूल जयंती के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रातः संस्था की पहल पर विद्यासागर हॉल के प्रांगण में स्थित नजरूल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भाषण, कविता व गीत के माध्यम से कवि को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
प्रातःकालीन कार्यक्रम में कवि शेख कमरुज्जमां, कवि प्रभात मिश्रा, साहित्यकार बिमल गुरिया, कवि तौफीक हुसैन, समाजसेवी तापस सिन्हा, ताराशंकर विश्वास, संगीतकार सुनील बेरा, सुकांत माईती, रथिन दास, पेंटर प्रदीप बोस सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। विद्यासागर हॉल परिसर में बांग्ला साक्षरता प्रोत्साहन संघ की पहल पर जिला सचिव प्रभात भट्टाचार्य के नेतृत्व में नजरुल जयंती मनाई गई।
आज शाम को रवीन्द्र निलय संगीत शिक्षा संस्थान “आईमोन” द्वारा आयोजित एवं संस्था के अध्यक्ष संगीत कलाकार संघमित्रा दास द्वारा आयोजित एक अद्भुत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ नज़रूल जयंती मनाई गई। रवींद्र स्मृति समिति ने आयोजन में सहयोग किया। मेदिनीपुर कॉलेज के पूर्व छात्र संघ की पहल पर आज सुबह नजरुल जयंती मनाई गई। वामपंथी छात्रों, युवाओं, महिला संगठनों की पहल पर नजरुल जयंती भी मनाई गई।