कोलकाता। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में तीस्ता नदी में बाढ़ के पानी में बह कर आए मोर्टार के एक गोले में विस्फोट होने से अभी तक दो लोगों की मौत हो गई है और चार अन्य लोग घायल हुए हैं। सिक्किम में पिछले सप्ताह बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद उफनती तीस्ता नदी में कथित तौर पर सोलह मोर्टार के गोले बहकर आए थे, जिन्हें पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में निष्क्रिय कर दिया गया। इससे एक दिन पहले भी 20 मोर्टार शेल निष्क्रिय कर दिए गए थे।
क्रांति पुलिस चौकी प्रभारी मंसूरुद्दीन ने बताया कि पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने दिन के दौरान सोलह मोर्टार गोले बरामद किए और उन्हें चेंगमारी ग्राम पंचायत के अंतर्गत एक क्षेत्र में निष्क्रिय कर दिया। पुलिस का मानना था कि मोर्टार के गोले सेना के थे और पड़ोसी सिक्किम में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद पहाड़ियों से बहकर आए बाढ़ के पानी में बह गए थे।
पिछले सप्ताह जिले में तीस्ता नदी के बाढ़ के पानी में बहकर आए मोर्टार गोले के फटने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे। पुलिस अधिकारी ने कहा,’पिछले दो दिनों में कुल मिलाकर 36 मोर्टार शेल निष्क्रिय किए गए हैं और तलाशी अभियान जारी रहेगा।’
पुलिस की एडवाइजरी
इस बीच, जलपाईगुड़ी पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से अपील की है कि नदी के साथ बहकर नीचे आए आग्नेयास्त्रों या विस्फोटकों को न छुएं। अपने बयान में पुलिस ने कहा,’सिक्किम में भीषण बाढ़ के कारण आग्नेयास्त्रों और विस्फोटकों सहित कुछ सैन्य उपकरण तीस्ता नदी में बहकर आ गए हैं। हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे सतर्क रहें और किसी भी अपरिचित वस्तु, बक्से, पैकेज, आग्नेयास्त्र या पानी में तैरती हुई किसी भी संदिग्ध वस्तु की सूचना तुरंत निकटतम पुलिस थाने को दें।’ सिक्किम सरकार ने भी इसी प्रकार की चेतावनी दी है और लोगों से तीस्ता नदी के बेसिन में जाते समय सावधान रहने को कहा है, क्योंकि वहां कीचड़ के नीचे विस्फोटक और हथियार होने की आशंका है।