दक्षिण 24 परगना। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में स्वास्थ्य परिसेवाओं को लेकर भले ही अपनी पीठ थपथपाती रहें, लेकिन अक्सर राज्य के सरकारी अस्पतालों में ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल देती हैं। ताजा मामला दक्षिण 24 परगना जिले के बारूईपुर महकमा अस्पताल का है बुधवार शाम दुर्घटना में घायल एक मरीज से अस्पताल में टांके लगाने और मरहमपट्टी करने के चार सौ रुपए वसूल किए गए।
दरअसल बुधवार को टोटो पलटने से कुलतली थाना अंतर्गत जामतला निवासी भागीरथ मंडल घायल हो गय थे। उन्हें पहले जयनगर-कुलतली ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें रात में बारुईपुर महकमा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
भागीरथ के पिता परीक्षित मंडल ने आरोप लगाया कि जब बारुईपुर महकमा अस्पताल के आपातकालीन विभाग में डॉक्टर को दिखाया गया तो डॉक्टर ने टांके और पट्टी लगाने को कहा और अस्पताल के कर्मचारी ने टांके और पट्टी के नाम पर पांच सौ रुपए की मांग की। भागीरथ के पिता ने दावा किया कि टांके लगाने के नाम पर उनसे पहले तीन सौ रुपए और फिर एक सौ रुपए वसूले गए।
उल्लेखनीय है कि राज्य के सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन विभाग में मरहमपट्टी और टांके लगाने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता। लेकिन उसके बावजूद अस्पताल के कर्मचारी ने भागीरथ से पैसे वसूले। इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। बहरहाल, खबर लिखे जाने तक इस मामले में अस्पताल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी।
-न्यूज एशिया