Kolkata Desk : 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विरोधी दलों को एकजुट करने की कोशिश फिर से शुरू हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को एक खास बैठक बुलायी है। इसमें समान विचारधारा वाली पार्टियों के नेता शामिल होंगे। बैठक वर्चुअल होगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में ममता बनर्जी भी शामिल होंगी। उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी सहित कई विरोधी दल के नेताओं को कांग्रेस द्वारा इस बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
ज्ञातव्य है कि बंगाल विधासनभा चुनाव के बाद पहली बार दिल्ली दौरे पर गईं ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी साथ ही उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने एक साथ काम करने पर सहमति जताई थी। टीएमसी लगातार भाजपा के खिलाफ विरोधी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश में लगी हुई है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी बैठक में शामिल होने को लेकर सहमति जताई है।
इसके लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने अपने आवास पर विरोधी दलों के नेताओं के साथ बैठक भी की थी। 20 अगस्त को सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई वर्चुअल बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत लेफ्ट पार्टी के अलावा अन्य कई नेताओं को एक प्लेटफॉर्म पर आने के लिए निमंत्रण दिया गया है।
20 अगस्त को आयोजित बैठक को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों का एक संयुक्त मोर्चा बनाने के कवायद के रूप में भी देखा जा रहा है। मानसून सत्र के दौरान भी विरोधी दल अपनी एकजुटता दिखा चुके हैं। दोनों सदनों में कई मुद्दों पर विरोधी दलों का जमकर हंगामा हो चुका है। कई मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं होने पर इसका विरोध करते हुए संसद से विजय चौक तक मार्च भी निकाला गया था।
सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई मीटिंग में जातिगत जनगणना, पेगासस और किसानों के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सभी नेता एक साथ वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आपस में चर्चा करेंगे या सोनिया से वन-टू-वन मीटिंग होगी।