कोलकाता: पश्चिम बंगाल के चर्चित राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक से मैराथन पूछताछ की तैयारी की जा रही है। ईडी के अधिकारियों ने बताया है कि आज उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद हिरासत में लिया जाएगा। उसके बाद उन्हें मामले में पहले से गिरफ्तार कारोबारी बकिबुर रहमान के आमने-सामने बैठा कर पूछताछ होगी। रहमान ने पहले की पूछताछ में बताया है कि उसने वर्ष 2011 से 2021 के दौरान बड़े पैमाने पर राशन वितरण में भ्रष्टाचार किया है।
इसी अवधि के दौरान मल्लिक राज्य के खाद्य मंत्री थे और उनके साथ बकिबुर का बेहद गरीबी रिश्ता रहा है। इसलिए दोनों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ होगी। मल्लिक को गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात 20 घंटे की मैराथन पूछताछ और छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। ईडी कार्यालय में प्रवेश करते समय, मल्लिक ने दावा किया कि वह भाजपा द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश का शिकार हुए हैं।
राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस विधायक पार्थ चटर्जी के बाद, मल्लिक कथित मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले के संबंध में केंद्रीय एजेंसी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले पश्चिम बंगाल कैबिनेट के दूसरे सदस्य हैं। चटर्जी, माणिक भट्टाचार्य और जीवन कृष्ण साहा के बाद मल्लिक चौथे तृणमूल विधायक हैं जिन्हें केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है।
अन्य तीन को पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के बदले नकद मामले में कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया गया था। मल्लिक को 2011 से 2021 तक राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री के रूप उनके कार्यकाल के दौरान हुए राशन वितरण मामले में गिरफ्तार किया गया है।
मल्लिक का नाम राशन वितरण मामले में कोलकाता स्थित व्यवसायी बकिबुर रहमान के आवास और कार्यालय से ईडी द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच के दौरान सामने आया। इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ने पर ईडी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की चेतावनी दी है।