कोलकाता: पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले में संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किए गए मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक की तबीयत और बिगड़ गई है। इसके बाद राजकीय सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल (एसएसकेएम) अस्पताल ने उनके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए एक चिकित्सकीय बोर्ड का गठन किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने करोड़ों रुपये के राशन घोटाला मामले में कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया था।
अधिकारी ने बताया कि मलिक का मंगलवार रात को रक्त शर्करा स्तर बढ़ गया था, जिसके बाद उन्हें प्रेसिडेंसी जेल से एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया था। उन्होंने बताया कि अस्पताल के हृदय रोग विभाग में भर्ती मंत्री ने बुधवार सुबह अपने शरीर के बाएं हिस्से के सुन्न पड़ने की शिकायत की।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनका एमआरआई कराया गया। हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हमने समग्र जांच के लिए तंत्रिका विज्ञान, एंडोक्रिनोलॉजी (अंत:स्राव-विज्ञान), मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी (गुर्दे संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ), यूरोलॉजी (मूत्र विज्ञान)और हृदय रोग विभागों के एक-एक चिकित्सक का दल तैयार किया है।
हम उनके स्वास्थ्य पर नजर रखेंगे और यह तय करेंगे कि आगे क्या करना है।’ मलिक उच्च ब्लड शुगर और अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्हें इस साल अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद से वहां लगातार अपनी सेहत बिगड़ने का दावा करते रहे हैं।