तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : रविंद्र युग के बाद के लौकिक संगीतकार सलिल चौधरी की जन्मशती को उचित गरिमा और रचनात्मकता के साथ मनाने के लिए, पश्चिम मेदिनीपुर जिले के कलाकारों, सांस्कृतिक संगठनों, सांस्कृतिक हस्तियों और व्यावहारिक कला शिक्षण संस्थानों का एक संयोजन पश्चिम मेदिनीपुर जिला “सलिल चौधरी जन्म शताब्दी समिति” का गठन कुछ दिन पहले किया गया था।
सलिल चौधरी की जन्मशती का जश्न इस समिति के परिसर में “सलिल समारोह” नामक कार्यक्रम आयोजित करके शुरू किया गया। मेदिनीपुर शहर में शाम को आयोजित इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध कलाकारों, सांस्कृतिक संगठनों और शैक्षणिक संगठनों ने दिलचस्प सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। जन्म शताब्दी समारोह समिति की पहल पर पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रम निश्चित किए गये हैँ।
विद्यासागर विश्वविद्यालय के कुलपति और समारोह समिति के अध्यक्ष डॉ. सुशांत चक्रवर्ती ने जन्मशताब्दी समारोह महोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। शहर के प्रमुख कलाकारों और सांस्कृतिक संगठनों ने सलिल चौधरी द्वारा निर्मित संगीत, गायन और नृत्य का प्रदर्शन किया।
विद्यासागर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आयोजक संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष सुशांत चक्रवर्ती के अलावा प्रख्यात संगीत कलाकार जयंत साहा, सचिव , रंगकर्मी पिनाकी मजूमदार, संस्कृति प्रेमी सुशांत घोष, चिकित्सक डॉ. बी.बी. मंडल, सांस्कृतिक व्यक्तित्व अमिय पाल, विजय पाल, तापस सिन्हा, सुजया सरकार, स्नेहमय दत्ता,
श्यामली साहा रामकृष्ण सरकार, जयंत चक्रवर्ती, रविशंकर बोस, डॉ. बिमल गुडिया, प्रणब चक्रवर्ती, दुलाल आटया, जयंत चक्रवर्ती, प्रदीप दास, बिप्लब भट्टाचार्य , गंगाधर बर्मन, अशोक घोष, ताराशंकर विश्वास, स्वप्ना बनर्जी, प्रदीप बसु, पापिया चौधरी, सृजिता दे बख्शी, भारती बनर्जी, सिद्धार्थ सांतरा, गौतम देव, अजंता रॉय, अनिंदिता शासमल, केया सेन मणिकंचन रॉय, नरसिंह दास तथा कुमारेश घोष सहित बड़ी संख्या में कला व संस्कृति प्रेमी समारोह में उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम का संचालन अर्णव बेरा, दीपानविता बनर्जी और मोम चक्रवर्ती ने सुचारू रूप से किया।