मेदिनीपुर : ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में प्रतिभागियों ने किया विज्ञान चिंतन

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत स्थित राजा नरेंद्रलाल खां महिला महाविद्यालय के रवींद्र नीड़ सभागार में विज्ञान केंद्र मेदिनीपुर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का समापन बुधवार को हुआ। कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों की आठवीं व नौवीं कक्षा की 80 छात्राओं ने भाग लिया। संस्था के अध्यक्ष व मेदिनीपुर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गोपालचंद्र बेरा, गोप कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. जयश्री लाहा, मेदिनीपुर कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ. सुभाष चंद्र सामंत, संस्था के उपाध्यक्ष व फिजिक्स के प्रोफेसर डॉ. माखनलाल नंद गोस्वामी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे।

मीट द साइंटिस्ट्स सेशन में आईआईटी-खड़गपुर के कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर डॉ. अरित्र हाजरा, आईआईटी-खड़गपुर के मेटलर्जी के प्रोफेसर डॉ. देवालय चक्रवर्ती और बिष्णुपुर कॉलेज के बायोलॉजी के प्रोफेसर श्यामल कांति मलिक ने मीट द साइंटिस्ट्स सेशन में हिस्सा लिया। छात्रों का विशेष रूप से स्वागत करते हुए उन्होंने विज्ञान चेतना पर जोर दिया। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्रों ने कुशल शिक्षकों की देखरेख में उत्साहपूर्वक भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीवन विज्ञान में प्रायोगिक प्रयोग किए। अंतिम दिन गोप कॉलेज के बायोडायवर्सिटी पार्क, गणित दीर्घा, कंप्यूटर प्रयोगशाला और जंतु विज्ञान प्रयोगशाला में कुछ विभागों के प्रमुखों ने काम करने का मौका दिया।

संस्था के सचिव एवं मेदिनीपुर कॉलेजिएट स्कूल के पूर्व प्राचार्य सुचंद कुमार पान ने कहा, “विज्ञान केंद्र 1987 से विज्ञान और विज्ञान-चिंतन के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रहा है, लेकिन हमारा इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को अनुसंधान उन्मुख करना है। ऐसा करने से, उम्मीद है कि यह कार्यशाला छात्रों का मार्गदर्शन करेगी।” डॉ. जयश्री लाहा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए छात्रों से पर्यावरण और हमारे सामाजिक दायित्व के बारे में विस्तार से चर्चा की और छात्रों को कॉलेज के विभिन्न विभागों में जाने का मौका दिया।

भाग लेने वाले छात्रों के शब्दों में, “पुस्तक में पढ़े गए विज्ञान के सिद्धांतों को हाथ से सिद्ध करने का यह एक नया अनुभव है। गर्मी की छुट्टी के दौरान यह कार्यशाला हमारी वैज्ञानिक अवधारणाओं को बनाने में मदद करेगी।” विज्ञान केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि हम अपनी कार्यशाला के उद्देश्य को प्राप्त कर खुश हैं, छात्र विज्ञान के प्रति आकर्षित हैं। छात्रों के उत्साह को देखते हुए संस्था ने हर साल गर्मी की छुट्टी में स्कूली बच्चों के साथ यह कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनाई है।

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