खड़गपुर। “सफलता-दुख-प्रेम-दुःख-आनंद-दर्द-कविता को अपने पूरे मन से जीवित रहने दें। इस आह्वान के साथ सांस्कृतिक संस्था “पांचाली काव्यतीर्थ” परिवार ने संस्था का वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया। मेदिनीपुर शहर स्थित रवींद्र निलय सभागृह द्वारा आयोजित, दिवंगत प्रसिद्ध गायक युगल पार्थ घोष और गौरी घोष के नाम को समर्पित मंच। पश्चिम मेदिनीपुर जिला सूचना एवं संस्कृति अधिकारी वरुण मंडल ने हरियाली का संदेश देने के लिए पौधरोपण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
आयोजकों के अनुरोध पर उन्होंने स्वयं द्वारा रचित एक कविता का पाठ भी किया। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी का स्वागत करने के अलावा काव्यातीर्थ कर्णधर पांचाली चक्रवर्ती ने अनीता बसु का स्वागत किया, जो उनकी सस्वर शिक्षा के “गुरु” थे। संगठन के छात्रों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न मनोरम तुकबंदी, गायन, कलाकारों की टुकड़ी, गायन कोलाज और ऑडियो ड्रामा की सभी उपस्थित लोगों ने बहुत सराहना की।
पांचली काव्यतीर्थ” का दिन का कार्यक्रम माता-पिता द्वारा एक सामूहिक गायन के साथ समाप्त हुआ।आमंत्रित अतिथि कलाकार मालविका पाल, बिस्वजीत, मेखला माईती और चांडसिक परिवार द्वारा अद्भुत गायन प्रस्तुत किए गए। संस्था के सदस्य सम्राट दत्तागुप्ता ने पूरे कार्यक्रम को बेहद खूबसूरत तरीके से रिकॉर्ड किया।वयोवृद्ध कलाकार युगल अमिय पाल और मालबिका पाल, अनुभवी संगीत कलाकार जयंत साहा, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता प्रधानाध्यापक डॉ.विवेकानंद चक्रवर्ती, विद्यासागर पुरस्कार विजेता लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता रोशनारा खान,
शिक्षाविद् सत्यवर्त दोलाई, प्रख्यात परोपकारी चंदन बसु, सामाजिक कार्यकर्ता आनंदगोपाल माईती, अभिनेता प्रणब चक्रवर्ती, ‘नयन’ पत्रिका के संपादक विद्युत पाल, रवींद्र स्मृति समिति के महासचिव लक्ष्मण ओझा, प्रख्यात संस्कृति प्रेमी जयंत मंडल एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी आयोजन में अपना योगदान दिया . इस कार्य में अर्घ्य चक्रवर्ती।
सुमन चटर्जी, सम्राट दत्ता गुप्ता, अदित्य के सदस्य, अभिभावक एवं अन्य शुभचिंतकों एवं काव्यातीर्थ के मित्रों का विशेष सहयोग मिला। संगठन के नेता पांचाली चक्रवर्ती ने आयोजन के सफल समापन के लिए सभी संबंधितों को धन्यवाद दिया।