तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर शहर की सांस्कृतिक संस्था छांदसिक सस्वर पाठन अभ्यास केंद्र का पांचवां वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम रवीन्द्र निलोय सभागार में आयोजित किया गया। समारोह की शुरुआत विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में पांच दीपक जलाकर की गई।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में बाचिक कलाकार दंपत्ति अमिय पाल और मालविका पाल, लेखक और चिकित्सक डॉ. बिमल गुरिया, प्रधान शिक्षिका सुनंदा घोषाल, सांस्कृतिक व्यक्तित्व लक्ष्मणचंद्र ओझा, विश्वजीत कुंडू, पार्थ पांडा, रथिन दास, सामाजिक कार्यकर्ता सुदीप कुमार खाड़ा, मणिकंचन रॉय, नरसिंह दास, सुब्रत महापात्र, सुमन चटर्जी,
परिमल महतो, सबिता मन्ना, रीता बेरा, लेखिका अनामिका तिवारी, नृत्यांगना राजनारायण दत्ता, श्रावणी दत्ता, सुजया हलधर, बाचिक शिल्पी कुमारेश डे, आगमनी कर मिश्रा, शायरी अधिकारी व अन्य उल्लेखनीय लोग उपस्थित थे।
हेल्पिंग हैंड वेलफेयर सोसायटी और संकल्प फाउंडेशन के प्रतिनिधि भी समारोह में उपस्थित थे। सलिल चौधरी की जन्मशती की स्मृति में कवि नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती और कवि भवानीप्रसाद मजूमदार ने छांदसिक के सदस्यों की स्मृति में कविताएँ प्रस्तुत कींI
छांदसिक के सदस्यों ने सामूहिक कविता एवं व्यक्तिगत कविता प्रस्तुत की। एक कविता का कोलाज था “प्यार एक आंतरिक एहसास है”। पार्थ पांडा अमृता घोषाल और रथिन दास ने संगीत प्रस्तुत किया।
अजंता मैती रॉय और चितरंजन दास ने अतिथि कलाकार के रूप में प्रस्तुति दी। मृदुला भुइयां, जया मुखर्जी मधुचंदा मैती, गार्गी शाशमल अहाना शाशमल, पार्थ पांडा, पार्थ दत्ता और अमृता घोषाल ने छांदसिक की ओर से कार्यक्रम में भाग लिया। संचालन शुक्ला मुखर्जी ने किया। तबला पर परेश दास और सिंथेसाइज़र पर प्रदीप दास ने सहयोग दिया।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।