मेदिनीपुर : ” स्वर-आवृत्ति ” के मनमोहक सांस्कृतिक समारोह में दिखा शब्द व स्वर का अद्भुत संगम!

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : शरद ऋतु के मानसून के दौरान, जब हर किसी के मन में गहरी उथल – पथल मची हुई है, तब ऋतु परिवर्तन के संक्रमण काल में मेदिनीपुर ने पूजा से पहले मेदिनीपुर के लोगों को केवल छंदों के साथ पाठ की एक शाम उपहार स्वरुप दी। सांस्कृतिक संध्या को उत्पल कुमार धारा, पवित्र चट्टोपाध्याय, प्रदीप देव बर्मन, विद्युत पाल और देबाशीष दंड जैसे प्रमुख छंदकार ने अपनी मनमोहक उपस्थिति से खास बना दिया। इन प्रसिद्ध तुकबंदियों का साक्षात्कार पांच बाल गायक कलाकारों इशानी भट्टाचार्य, अभिप्सा घोष, अद्रिजा कोले, अरुशी रॉय और संजलि माईती ने लिया।

बाल शब्द कर्मियों का साक्षात्कार बाल कलाकारों को लेता देख दर्शन मंत्रमुग्ध रह गए ई अखंड मेदिनीपुर के प्रमुख वाचकों ने छंद पाठ किया। सुदीप्त चक्रवर्ती, रजत मित्रा, मोम चक्रवर्ती, अर्नब चक्रवर्ती, सुतानुका मित्रा माईती, पांचाली चक्रवर्ती, नमिता माझी, मीता सेनगुप्ता और अन्य प्रख्यात गायकों ने गायन प्रस्तुत किया। .पोली पहाड़ी, शिवानी पाल, सौरीश दास, मिताली काली, पुष्पित पाल, सुबर्णा खान, सुपर्णा कोले, शीला महापात्रा, अनिंदिता साव,अरुंधति दास का गायन भी उत्कृष्ट था।

कार्यक्रम में संस्था के बाल कलाकारों ने तुकबंदी प्रस्तुत की। दिवंगत प्रसिद्ध छंदकार दीप मुखोपाध्याय की स्मृति में कार्यक्रम के एक विशेष एपिसोड ने उपस्थित सभी का ध्यान खींचा। पूरे कार्यक्रम की मेजबानी शताब्दी गोस्वामी और इशिता चटर्जी ने की। वयोवृद्ध वाचक अमिय पाल ने कहा, ‘मेदिनीपुर शहर में केवल तुकबंदी वाली यह पहली ऐसी गायन संध्या है और यह असाधारण है। इस अनूठे विचार के लिए स्वर-आवृत्ति के कर्णधार शुभदीप को बधाई।

IMG-20231006-WA0015इस अवसर पर जयंत साहा, डॉ. सुहास रंजन मंडल, सुदीप कुमार खांडा, सौमेन घोष, लक्षण चंद्र ओझा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सौम्यदीप चक्रवर्ती और शुभदीप बोस द्वारा संपादित दोसर पत्रिका का पांचवां अंक ‘छड़ाबाजी’ का लोकार्पण किया गया। .प्रोफेसर सौम्यदीप ने कहा, ‘इससे ​​पहले हमने आंचलिक कविता, लड़कपन, बेतरतीब आदि अंक प्रकाशित की हैं।

तुकबंदी के साथ यह हमारा पहला अंक है। मेदिनीपुर के प्रसिद्ध गायक शुभोदीप बसु ने कहा, ‘बारिश से भीगी इस शाम में बड़ी संख्या में आगंतुकों से हम अभिभूत हुए । हम दर्शकों के लिए सिर्फ तुकबंदी वाली ऐसी शाम पेश करके खुश हैं।’दीपक बोस, मनीषा बोस और दीपा बोस ने स्वर -आवृत्ति की ओर से उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

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