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खड़गपुर । कोई बैंक में काम करता है, कुछ अन्य व्यवसायों में लगे हुए हैं परंतु लत सभी में से एक है, मोटरबाइक की सवारी। इसलिए समय-समय पर सभी बाहर जाते हैं। नहीं, कोई नजदीक के मैदानी इलाकों में नहीं, बल्कि पहाड़ों में बहुत ऊंचाई तक। कभी सिक्किम तो कभी अरुणाचल प्रदेश। इसके लिए उन्होंने एक संगठन बनाया। जिसकी ड्रेस का नाम ‘एरोलाइट रोडीज’ है।
इस बार संगठन के छह सदस्यों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग को रवाना हुए। वे 15 अक्टूबर को शहर लौटेंगे। इस बार जाने वाले छह लोगों में सत्यजीत साव, स्वरूप महापात्रा, अरूप कुमार दास, अन्वेश प्रधान, सैकत मुखर्जी और सुशांत मंडल शामिल हैं। ये सभी मेदिनीपुर में रहते हैं। लक्ष्य एक है, लोगों को प्लास्टिक के प्रति जागरूक करना। प्लास्टिक कितना भयानक है यह लोगों को समझाना। इसलिए प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की बात करना।
क्योंकि प्लास्टिक हजारों सालों तक भूमिगत रह सकता है। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। लोगों को स्वस्थ रहना है तो पर्यावरण को बचाना होगा। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने पर ही लोग स्वस्थ और सामान्य रह सकते हैं। तो इस तरह वे प्लास्टिक के हानिकारक पहलुओं को समझाने के लिए मेदिनीपुर से अरुणाचल के तवांग गए हैं और इस दौरान वे लोगों को प्लास्टिक से बचने के लिए कहेंगे। संस्था के सदस्य सत्यजीत साव ने कहा कि यही उनके जीवन का लक्ष्य है।