कोलकाता: भाजपा नेता और पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कोलकाता में जलभराव की समस्या और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया जाहिर की।
कोलकाता में जलभराव को लेकर मेयर फिरहाद हकीम की ओर से किए गए दावे पर पलटवार करते हुए राहुल सिन्हा ने कहा कि जो मेयर (फिरहाद हकीम) पानी की मात्रा को लेकर आंकड़े दे रहे हैं, उन्हें खुद नहीं पता कि यह कितना पानी है।
ऐसा मेयर क्या बोल रहा है, उसका कोई मतलब नहीं है। क्योंकि पिछले चार दिन से बारिश के बाद भी पूरे कोलकाता में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। जबकि यही मेयर यह दावा कर रहे हैं कि कोलकाता में जलभराव कितना भी हो तीन से चार घंटे में पानी शहर से बाहर निकल जाता है।
उन्होंने कहा कि भवानीपुर में एक बच्चे की मौत भी जलभराव की वजह से हो गई है। शहर की जिम्मेदारी जब ऐसे लोगों के हाथों में दी जाएगी तो सिर्फ पब्लिसिटी का चक्कर होगा।
इन लोगों को जनता की सुख-सुविधाओं की कोई चिंता नहीं है। इस प्रकार की लापरवाही के चलते आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर इन लोगों में जिम्मेदारी निभाने की क्षमता नहीं है, तो यह स्थिति बहुत चिंताजनक है।
राहुल सिन्हा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें सीएम ममता ने कहा था कि प्राकृतिक आपदाओं में हमें केंद्र सरकार से कोई राहत राशि नहीं मिली।
ममता बनर्जी के इन आरोपों पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी चाहती हैं कि प्राकृतिक आपदा आने से पहले ही केंद्र सरकार सारे पैसे दे दे। सच्चाई यह है कि ये सारे पैसे उनके कार्यकर्ता बांटकर खा लेते हैं। जो भी रुपये केंद्र से आते हैं, वो जनता तक नहीं पहुंचते, तृणमूल के लोग उसे हड़प लेते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार से पैसा तो आता है और आगे भी आएगा। लेकिन, यह सबसे बड़ा प्रश्न है कि क्या यह पैसा वास्तव में जनता के पास पहुंचेगा या नहीं।
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