माराडोना या मेस्सी, महानतम कौन बहस पर लगेगा विराम….

विनय कुमार, कोलकाता। 7 बार बलोन डिओर, रिकॉर्ड 6 बार यूरोपीय गोल्डन शूज, बार्सीलोना के साथ रिकॉर्ड 35 खिताब, ला लिगा में 474 गोल, एक क्लब (बार्सीलोना) के लिये सर्वाधिक 672 गोल कर चुके लियोनेल मेस्सी को विश्व कप नहीं जीत पाने की टीस हमेशा से रही। उन्हें पता था कि यह उनके पास आखिरी मौका है और 23वें मिनट में पेनल्टी पर गोल करने से पहले आंख मूंदकर शायद उन्होंने इसी प्रण को दोहराया होगा। पल पल पलटते मैच के हालात के साथ दर्शकों की धड़कने भी तेज होती रही। आखिरकार वो पल आया जब मेस्सी विश्व कप ट्रॉफी लेकर झूमते नजर आएं।

इस लम्हें के लिए उन्होंने 16 सालों तक कठिन संघर्ष किया। फीफा विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम करने के साथ ही अब इस बहस पर भी विराम लग जायेगा कि माराडोना और मेस्सी में से कौन महानतम है। इस तरह देश के लिये खिताब नहीं जीत पाने के मेस्सी के हर घाव पर भी मरहम लग गया। 1986 में जब अर्जेंटीना की टीम विश्व कप जीती थी तब डिएगो माराडोना उसके मसीहा बने थे। उन्हें अर्जेंटीनी फुटबॉल प्रेमियों ने भगवान की तरह पूजा। ऐसा लगा था कि माराडोना को कोई पीछे नहीं छोड़ पाएगा। इसकी वजह भी थी कि अर्जेंटीना 1986 के बाद विश्व कप जीत ही नहीं पा रहा था।

2022 में मेस्सी का सपना आखिरकार पूरा हो गया। वह पांचवें प्रयास में चैंपियन बने। रिकॉर्डतोड़ गोल और असिस्ट के बाद उन्होंने वह हासिल कर लिया, जिसका सपना हर फुटबॉलर देखता है। मेस्सी कोपा अमेरिका के बाद विश्व कप को भी जीतने में सफल रहे। अर्जेंटीना को डिएगो माराडोना के बाद नया मसीहा मिल गया। माराडोना की विरासत को आगे बढ़ाने वाले मेसी सुपरस्टार से महानतम खिलाड़ी बन गए। माराडोना ने विश्व कप तो जीता था, लेकिन कोपा अमेरिका नहीं जीत पाए थे। मेस्सी ने दोनों टूर्नामेंट को जीतकर अपने करियर को पूर्ण बनाया।

2006 में शुरू हुआ था सपने का सफर
मेस्सी का विश्व कप का सफर 2006 में शुरू हुआ और अब तक वह सबसे ज्यादा 26 मैच खेल चुके हैं। मेस्सी ने विश्व कप में पदार्पण 2006 में जर्मनी में सर्बिया और मोंटेनीग्रो के खिलाफ ग्रुप मैच में किया था, जिसे  देखने के लिये माराडोना भी मैदान में मौजूद थे। 18 वर्ष के मेस्सी 75वें मिनट में सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरे थे। वे विश्व कप के इतिहास में अर्जेंटीना के लिये सर्वाधिक 13 गोल कर चुके हैं।

उम्र को मात देकर इस विश्व कप में सात गोल कर तीन ‘मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर’ के पुरस्कार जीत चुके हैं। रोसारियो में 1987 में एक फुटबॉल प्रेमी परिवार में जन्मे मेस्सी ने पहली बार घर के आंगन में अपने भाइयों के साथ जब फुटबॉल खेला तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में उनका नाम शुमार होगा।

बीमारी से जूझने से लेकर महान बनने तक का सफर
मात्र 11 वर्ष की उम्र में ग्रोथ हार्मोन की कमी (जीएचडी) जैसी बीमारी से जूझने से लेकर दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शामिल होने तक मेस्सी का सफर जुनून, जुझारूपन और जिजीविषा की अनूठी कहानी है और रविवार को फाइनल में टीम को खिताब दिलाकर वह फुटबॉल के इतिहास की जीवित किंवदंती बन गये। बार्सीलोना के लिये लगभग सारे खिताब जीत चुके पेरिस सेंट जर्मेन के इस स्टार स्ट्राइकर ने 2004 में बार्सीलोना के साथ अपने क्लब कैरियर की शुरूआत 17 वर्ष की उम्र में की। उन्होंने 22 वर्ष की उम्र में पहला बलोन डिओर जीता। अगस्त 2021 में बार्सीलोना से विदा लेने से पहले वह क्लब फुटबॉल के लगभग तमाम रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके थे।

पिछले चार साल में इस महान खिलाड़ी ने एक ही सपना देखा …विश्व कप जीतने का । क्वार्टर फाइनल में मिली जीत के बाद खुद मेस्सी ने कहा था , ‘‘डिएगो आसमान से हमें देख रहे हैं और विश्व कप जीतने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। उम्मीद है कि आखिरी मैच तक वह ऐसा ही करते रहेंगे।’’ निस्संदेह माराडोना का आशीर्वाद इस मैच में मेस्सी के साथ था।

बनाये ये रिकॉर्ड

फीफा वर्ल्ड कप में सर्वाधिक मिनट खेले गए: फाइनल में पूरे 120 मिनट खेलकर मेस्सी ने इटली के पूर्व डिफेंडर पाओलो मालदिनी (Paolo Maldini’s) के सर्वाधिक फीफा विश्व कप मिनट खेलने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. 26 मैचों में मेस्सी ने मैदान पर 2,314+ मिनट बिताए, जबकि मालदिनी का अंक 2, 217 था।

मेसी ने तोड़ा पेले का रिकॉर्ड: फाइनल मैच में दो गोल के बाद मेसी के नाम अब फीफा वर्ल्ड कप में कुल 13 गोल दर्ज हो गए। जबकि पेले के नाम 12 गोल हैं।

वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा जीत: फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में अर्जेंटीना की जीत वर्ल्ड कप में खेले गए 26 मैचों में मेसी की 17वीं जीत थी। वह अब जर्मनी के पूर्व स्ट्राइकर मिरोस्लाव क्लोस (Miroslav Klose’s) की बराबरी कर चुका है, और विश्व कप मैचों में संयुक्त रूप से सबसे सफल खिलाड़ी है।

सभी नॉकआउट मैचों में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी: मेस्सी विश्व कप के एक सीजन में ग्रुप स्टेज, राउंड ऑफ़ 16, क्वार्टर फ़ाइनल, सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।

गोल्डन बॉल्स: मेस्सी कई गोल्डन बॉल पुरस्कार जीतने वाले फीफा विश्व कप इतिहास में पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने 2014 के सीजन में अपनी पहली गोल्डन बॉल जीती और अर्जेंटीना की जीत में बड़ी भूमिका निभाने के बाद उन्हें दूसरी गोल्डन बॉल से सम्मानित किया गया।

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