इंफाल। मणिपुर में फिर से तेज हुई हिंसा के बीच भीड़ ने गुरुवार की रात इंफ़ाल के कोंगबा में स्थित केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के आवास को आग लगा दी। घटना के वक्त केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री अपने घर पर नहीं थे। इंफ़ाल में कर्फ़्यू में की गई सख़्ती के बावजूद सैकड़ों लोगों की भीड़ मंत्री के घर तक पहुंचने में कामयाब रही। घटना के समय मंत्री के आवास पर सुरक्षा एस्कॉर्ट कर्मी और सुरक्षा गार्ड समेत कई अतिरिक्त गार्ड ड्यूटी पर थे। घटना के वक़्त मंत्री के आवास पर मौजूद एक सुरक्षा गार्ड ने स्थानीय मीडिया से कहा, “हमले के दौरान भीड़ ने चारों तरफ़ से पेट्रोल बम फेंके।”
मणिपुर में तीन मई से जारी हिंसा के बाद यह दूसरी बार है जब मंत्री के घर पर भीड़ ने हमला किया है। इससे पहले पिछले महीने मंत्री के घर पर हुए हमले के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फ़ायरिंग की थीं। पिछले महीने आरके रंजन सिंह ने मणिपुर में शांति स्थापित करने को लेकर मैतेई और कुकी समुदायों के बुद्धिजीवियों के एक समूह के साथ बैठक की थी।
उन्होंने मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। दरअसल, दो दिन पहले मंगलवार की रात कांगपोकपी ज़िले के एगेजांग गांव में संदिग्ध चरमपंथियों की गोलीबारी में नौ मैतेई लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद से राज्य में फिर से हिंसा तेज हो गई है। इससे पहले सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद बुधवार शाम पश्चिम इंफाल के लाम्फेल में भीड़ ने राज्य सरकार में एक मात्र महिला मंत्री नेमचा किपगेन के सरकारी आवास में आग लगा दी थी।
मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति यानी एसटी का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन किया गया था जिसेक बाद राज्य में हिंसा भड़क गई। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी इस हिंसा में अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 50 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए है।